
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकवादी हमले पर चर्चा करने के वास्ते 28 अप्रैल को विधानसभा का एक-दिवसीय विशेष सत्र बुलाया है. उपराज्यपाल ने एक आदेश में कहा, ‘‘मैं मनोज सिन्हा, केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का उपराज्यपाल, जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 18(1) के तहत मुझे प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जम्मू में 28 अप्रैल सोमवार सुबह 10.30 बजे जम्मू-कश्मीर विधानसभा की बैठक आहूत करता हूं.''
अधिकारियों ने बताया कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के वास्ते विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. जम्मू-कश्मीर मंत्रिमंडल ने उपराज्यपाल को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का परामर्श देने का बुधवार को फैसला किया था. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में बुधवार शाम को मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी.
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमलों में 26 लोगों की मौत हो गई थी. सरकार का कहना है कि इस घटना को पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया है. इस हमले के बाद से देश में गुस्सा है. लोग पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सरकार ने इस हमले के बाद से सिंधु जल समझौता को निलंबित कर दिया है.
इसके अलावा सरकार ने शार्ट टर्म वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को रविवार तक भारत छोड़ने का आदेश दिया था. इसके साथ ही सरकार ने अटारी सीमा के रास्ते होने वाले व्यापार को भी रोकने का आदेश दिया था. सरकार ने पाकिस्तान के उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या को सीमित कर दिया है.
भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों के वापस लौटने की डेडलाइन आज खत्म हो गई. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने जब यह ऐलान किया कि भारत आए सभी नागरिकों को वापस लौटना होगा तो उसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के वापस लौटने का सिलसिला लगातार जारी है. अमृतसर के अटारी बॉर्डर से अब तक कुल 537 पाकिस्तानी अपने वतन पाकिस्तान वापस गए हैं. वहीं 1387 भारतीय अब तक पाकिस्तान से भारत वापस लौटे है.
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