यह ख़बर 23 फ़रवरी, 2011 को प्रकाशित हुई थी

उड़ीसा : अगवा इंजीनियर रिहा, डीएम भी जल्द लौटेंगे

खास बातें

  • माओवादियों द्वारा अगवा किए जाने के सात दिन बाद कनिष्ठ अभियंता पवित्र मांझी को मलकानगिरी जिले के एक सुदूर इलाके में बुधवार को रिहा कर दिया गया।
भुवनेश्वर:

माओवादियों द्वारा अगवा किए जाने के सात दिन बाद कनिष्ठ अभियंता पवित्र मांझी को मलकानगिरी जिले के एक सुदूर इलाके में बुधवार को रिहा कर दिया गया। हालांकि, मांझी के साथ माओवादियों द्वारा अगवा किए गए मलकानगिरी के जिलाधिकारी आर विनील कृष्णा के ठिकाने के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं है। चित्रकोंडा के तहसीलदार डी गोपालकृष्ण ने बताया, सुदूर जंगली इलाके में माओवादियों द्वारा रिहा किए जाने के बाद मांझी को दो स्थानीय लोग मोटरसाइकिल से चित्रकोंडा ले गए। वह ठीक नजर आ रहे हैं। बहरहाल, तहसीलदार ने कहा कि जिलाधिकारी कृष्णा के ठिकाने के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं है, जिन्हें मांझी के साथ 16 फरवरी को अगवा किया गया था। सरकारी सूत्रों ने बताया कि 2005 बैच के उड़ीसा कैडर के आईएएस अधिकारी कृष्णा के जल्द ही लौटने की संभावना है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि चित्रकोंडा पहुंचने के तुरंत बाद कनिष्ठ अभियंता को तहसील कार्यालय ले जाया गया, जहां सरकारी अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि अभियंता ठीक हैं, लेकिन वे थके-थके से नजर आ रहे हैं। डॉक्टर उनकी जांच कर रहे हैं। माओवादियों के चंगुल से आजाद हुए मांझी को देखने के लिए बड़ी तादाद में लोग तहसील कार्यालय पर इकट्ठा हो गए। बाद में उन्हें बालीमेला बांध परियोजना के एक गेस्ट हाउस ले जाया गया। उड़ीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विधान सभा में कहा कि माओवादियों द्वारा चुने गए मध्यस्थों ने कृष्णा और मांझी की अगले 48 घंटे में सुरक्षित रिहाई के प्रति प्रतिबद्धता जताई थी, जो बहुत से बहुत गुरुवार तक हो जाएगी। यह घटनाक्रम तब घटित हुआ है, जब उड़ीसा सरकार ने मध्यस्थों के साथ तीन दिन चली गहन चर्चा के बाद माओवादियों की सभी 14 मांगें मान लीं।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com