जेडीयू नेता के.सी. त्यागी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अचानक पाकिस्तान जाने को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से अलग-अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कांग्रेस जहां इसे विदेश नीति का नाकामी बता रही है तो माकपा इसका स्वागत कर रही ही है। पढ़ें पीएम मोदी की इस यात्रा पर किस पार्टी ने क्या कहा...
कांग्रेस बोली, हास्यास्पद स्तर की ओर जा रही हमारी विदेश नीति
कांग्रेस ने इसे पाकिस्तान को लेकर देश की नीतियों के खिलाफ बताया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पीएम की इस यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हमारी विदेश नीति प्रभावी से हास्यास्पद स्तर की ओर जा रही है। आप ऐसे मामलों में लापरवाही नहीं बरत सकते।'
'आप' ने पूछा, अब क्या बदल गया
आम आदमी पार्टी (आप) ने हैरानी जताते हुए कहा कि ऐसा क्या बदल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाहौर जाना पड़ा जबकि भाजपा ने पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध किया था। वरिष्ठ आप नेता आशुतोष ने कहा कि भाजपा और मोदी ही आतंकवाद के नाम पर पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि क्या आतंकवाद पूरी तरह रक गया है जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अब मोदी के लिए इतने पसंदीदा बन गये हैं। आशुतोष ने ट्वीट किया, ‘भाजपा और मोदी ही पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बहाने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध कर रहे थे।' उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा से कहते रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ बातचीत जरूरी है लेकिन भाजपा विरोध कर रही थी। अब उन्हें बताना चाहिए कि इतना याराना क्यों लग रहा है मोदी जी।’
मोदी की पाकिस्तान की आश्चर्यजनक यात्रा से जदयू हैरान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अचानक पाकिस्तान जाने की घोषणा के बाद विपक्षी जनता दल यूनाइटेड ने कहा कि पड़ोसी देश द्वारा सीमा पर उल्लंघनों और खासतौर पर एक भारतीय जवान का सर काटे जाने सहित विभिन्न घटनाओं के मद्देनजर वह प्रधानमंत्री इस फैसले से अवाक है। पार्टी ने मोदी की ओर से आश्चर्यजनक घोषणा पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई और कहा कि दोस्ती और विश्वासघात साथ साथ नहीं चल सकत। जदयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा, ‘मैं हैरान और स्तब्ध हूं। इस क्षण, मैं हेमराज के बारे में सोच सकता हूं। जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में पिछले साल आठ जनवरी को पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा लांसनायक हेमराज की हत्या कर उसका सर काट दिया गया था।
भाकपा ने किया पीएम मोदी के कदम का स्वागत
भाकपा ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाहौर जाने के फैसले का स्वागत किया। पार्टी ने कहा कि यह भारत-पाक बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने कहा, ‘हमारे संबंधों में काफी तनाव रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा से आखिरकार बर्फ पिघली। अब मोदी की यात्रा उस श्रृंखला की अगली कड़ी है।’ मोदी की यह पहली पाकिस्तान यात्रा होने के मद्देनजर उन्होंने कहा कि यह बेहतर समझ तक पहुंचने और पारस्परिक विश्वास को मजबूत करने में मदद करेगा ताकि वार्ता प्रक्रिया को आगे ले जाया जा सके। राजा ने कहा, ‘अच्छे पड़ोसी संबंधों में सुधार के लिए वार्ता एकमात्र विकल्प है और इससे सारी द्विपक्षीय समस्याओं का समाधान होगा।’ उन्होंने कहा, ‘‘यह स्वागतयोग्य कदम’’ है जबकि पाकिस्तान की यात्रा का संसद में उल्लेख नहीं किया गया था और यह ‘‘आश्चर्य’’ के तौर पर आया है।
शिव सेना मोदी-शरीफ मुलाकात से नाराज
भाजपा की सहयोगी शिव सेना ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर को वापस लाते हैं तो वह पाकिस्तान में उनके संक्षिप्त ठहराव का समर्थन करेगी। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "कल दाऊद इब्राहिम का जन्मदिन है.. यदि प्रधानमंत्री उसे भारत लाने में सफल हो जाते हैं, तो हम उसका स्वागत करेंगे और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से उनकी आज की मुलाकात का समर्थन करेंगे।"
अलगाववादियों ने किया स्वागत
अलगाववादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा का स्वागत किया। जहां हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने इसे ‘सकारात्मक कदम’ बताया और कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में सुधार पर कोई आपत्ति नहीं है। गिलानी ने से कहा, ‘हमें भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में सुधार को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। सही सोच रखने वाले किसी शख्स को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। हालांकि अगर इन प्रयासों को सफल बनाना है तो दोनों देशों को जनता की इच्छाओं और आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे का समाधान करना होगा।’ नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, ‘मोदी की आकस्मिक पाकिस्तान यात्रा सकारात्मक कदम है। कश्मीर की जनता ऐसे किसी भी अवसर का स्वागत करती है जो भारत और पाकिस्तान को करीब लाएगा।’ मीरवाइज ने कहा, ‘मुद्दों के समाधान के लिए, खासकर कश्मीर के लिए, सभी पक्षों में राजनीतिक इच्छाशक्ति और दृष्टिकोण जरूरी है।’
उमर अब्दुल्ला ने किया पीएम मोदी के पाकिस्तान दौरे का स्वागत
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा को एक शानदार कदम करार देते हुए स्वागत किया, लेकिन कहा कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में स्थिरता होनी चाहिए। मोदी के अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए काबुल से नई दिल्ली लौटते वक्त लाहौर में रुकने के फैसले पर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के साथ पुन: वार्ता एक बढ़िया और स्वाग्तयोग्य कदम है।'
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) नेता ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के साथ संबंधों में हालांकि हमें स्थिरता की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध भावनात्मक प्रतिक्रियाओं से ग्रस्त रहा है और इसमें स्थिरता की कमी रही है। इस समय दोनों प्रधानमंत्रियों को संबंधों को सही करने की ओर ध्यान देना चाहिए।'
कांग्रेस बोली, हास्यास्पद स्तर की ओर जा रही हमारी विदेश नीति
कांग्रेस ने इसे पाकिस्तान को लेकर देश की नीतियों के खिलाफ बताया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पीएम की इस यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हमारी विदेश नीति प्रभावी से हास्यास्पद स्तर की ओर जा रही है। आप ऐसे मामलों में लापरवाही नहीं बरत सकते।'
'आप' ने पूछा, अब क्या बदल गया
आम आदमी पार्टी (आप) ने हैरानी जताते हुए कहा कि ऐसा क्या बदल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाहौर जाना पड़ा जबकि भाजपा ने पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध किया था। वरिष्ठ आप नेता आशुतोष ने कहा कि भाजपा और मोदी ही आतंकवाद के नाम पर पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध कर रहे थे। उन्होंने पूछा कि क्या आतंकवाद पूरी तरह रक गया है जो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अब मोदी के लिए इतने पसंदीदा बन गये हैं। आशुतोष ने ट्वीट किया, ‘भाजपा और मोदी ही पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के बहाने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय पाकिस्तान के साथ बातचीत का विरोध कर रहे थे।' उन्होंने कहा, ‘हम हमेशा से कहते रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ बातचीत जरूरी है लेकिन भाजपा विरोध कर रही थी। अब उन्हें बताना चाहिए कि इतना याराना क्यों लग रहा है मोदी जी।’
मोदी की पाकिस्तान की आश्चर्यजनक यात्रा से जदयू हैरान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अचानक पाकिस्तान जाने की घोषणा के बाद विपक्षी जनता दल यूनाइटेड ने कहा कि पड़ोसी देश द्वारा सीमा पर उल्लंघनों और खासतौर पर एक भारतीय जवान का सर काटे जाने सहित विभिन्न घटनाओं के मद्देनजर वह प्रधानमंत्री इस फैसले से अवाक है। पार्टी ने मोदी की ओर से आश्चर्यजनक घोषणा पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई और कहा कि दोस्ती और विश्वासघात साथ साथ नहीं चल सकत। जदयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा, ‘मैं हैरान और स्तब्ध हूं। इस क्षण, मैं हेमराज के बारे में सोच सकता हूं। जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में पिछले साल आठ जनवरी को पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा लांसनायक हेमराज की हत्या कर उसका सर काट दिया गया था।
भाकपा ने किया पीएम मोदी के कदम का स्वागत
भाकपा ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाहौर जाने के फैसले का स्वागत किया। पार्टी ने कहा कि यह भारत-पाक बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने कहा, ‘हमारे संबंधों में काफी तनाव रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा से आखिरकार बर्फ पिघली। अब मोदी की यात्रा उस श्रृंखला की अगली कड़ी है।’ मोदी की यह पहली पाकिस्तान यात्रा होने के मद्देनजर उन्होंने कहा कि यह बेहतर समझ तक पहुंचने और पारस्परिक विश्वास को मजबूत करने में मदद करेगा ताकि वार्ता प्रक्रिया को आगे ले जाया जा सके। राजा ने कहा, ‘अच्छे पड़ोसी संबंधों में सुधार के लिए वार्ता एकमात्र विकल्प है और इससे सारी द्विपक्षीय समस्याओं का समाधान होगा।’ उन्होंने कहा, ‘‘यह स्वागतयोग्य कदम’’ है जबकि पाकिस्तान की यात्रा का संसद में उल्लेख नहीं किया गया था और यह ‘‘आश्चर्य’’ के तौर पर आया है।
शिव सेना मोदी-शरीफ मुलाकात से नाराज
भाजपा की सहयोगी शिव सेना ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर को वापस लाते हैं तो वह पाकिस्तान में उनके संक्षिप्त ठहराव का समर्थन करेगी। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "कल दाऊद इब्राहिम का जन्मदिन है.. यदि प्रधानमंत्री उसे भारत लाने में सफल हो जाते हैं, तो हम उसका स्वागत करेंगे और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से उनकी आज की मुलाकात का समर्थन करेंगे।"
अलगाववादियों ने किया स्वागत
अलगाववादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लाहौर यात्रा का स्वागत किया। जहां हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने इसे ‘सकारात्मक कदम’ बताया और कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में सुधार पर कोई आपत्ति नहीं है। गिलानी ने से कहा, ‘हमें भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में सुधार को लेकर कोई आपत्ति नहीं है। सही सोच रखने वाले किसी शख्स को इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। हालांकि अगर इन प्रयासों को सफल बनाना है तो दोनों देशों को जनता की इच्छाओं और आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे का समाधान करना होगा।’ नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, ‘मोदी की आकस्मिक पाकिस्तान यात्रा सकारात्मक कदम है। कश्मीर की जनता ऐसे किसी भी अवसर का स्वागत करती है जो भारत और पाकिस्तान को करीब लाएगा।’ मीरवाइज ने कहा, ‘मुद्दों के समाधान के लिए, खासकर कश्मीर के लिए, सभी पक्षों में राजनीतिक इच्छाशक्ति और दृष्टिकोण जरूरी है।’
उमर अब्दुल्ला ने किया पीएम मोदी के पाकिस्तान दौरे का स्वागत
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान यात्रा को एक शानदार कदम करार देते हुए स्वागत किया, लेकिन कहा कि भारत-पाकिस्तान के संबंधों में स्थिरता होनी चाहिए। मोदी के अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से मुलाकात के लिए काबुल से नई दिल्ली लौटते वक्त लाहौर में रुकने के फैसले पर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के साथ पुन: वार्ता एक बढ़िया और स्वाग्तयोग्य कदम है।'
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) नेता ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के साथ संबंधों में हालांकि हमें स्थिरता की जरूरत है।' उन्होंने कहा, 'भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध भावनात्मक प्रतिक्रियाओं से ग्रस्त रहा है और इसमें स्थिरता की कमी रही है। इस समय दोनों प्रधानमंत्रियों को संबंधों को सही करने की ओर ध्यान देना चाहिए।'
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