केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी (फाइल फोटो)
कोच्चि:
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने सौर पैनल घोटाले में आरोपी सरिता एस नायर के खिलाफ कोच्चि की एक अदालत में आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया और शिकायत की कि सरिता ने उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रचते हुए मीडिया में इस आशय की खबर प्रसारित करायी कि उन्होंने उनके साथ दुष्कर्म किया है।
चांडी ने सरिता के साथ ही दो मलयालम न्यूज चैनलों के चार वरिष्ठ संपादकों के खिलाफ भी तीन और चार अप्रैल को खबरों का प्रसारण करने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अर्णाकुलम के समक्ष दाखिल शिकायत में कहा गया है कि उन लोगों ने सरिता द्वारा कथित तौर पर लिखा गया एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया है कि सरिता के साथ शिकायतकर्ता द्वारा अपने सरकारी निवास ‘‘क्लिफ हाउस’’ में दुष्कर्म किया गया।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘व्यावहारिक बुद्धि यह नहीं समझ पा रही है कि क्लिफ हाउस में इस प्रकार की घटना कैसे हो सकती है, जहां शिकायतकर्ता अपने परिवार और कई सुरक्षाकर्मियों के साथ रहते हैं।
टीवी चैनलों पर प्रसारित एक पत्र में आरोप लगाया गया था कि चांडी ने सरिता के साथ यौन र्दुव्यवहार किया था। यह पत्र कथित रूप से सरिता ने तब लिखा था जब वह 2013 में हिरासत में थी। चांडी ने इस आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया और दावा किया था कि यह एक साजिश है।
चांडी ने अदालत से शिकायत पर संज्ञान लेने और आईपीसी की धाराओं के तहत आगे की कार्रवाई का अनुरोध किया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
चांडी ने सरिता के साथ ही दो मलयालम न्यूज चैनलों के चार वरिष्ठ संपादकों के खिलाफ भी तीन और चार अप्रैल को खबरों का प्रसारण करने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर किया है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अर्णाकुलम के समक्ष दाखिल शिकायत में कहा गया है कि उन लोगों ने सरिता द्वारा कथित तौर पर लिखा गया एक पत्र जारी किया जिसमें कहा गया है कि सरिता के साथ शिकायतकर्ता द्वारा अपने सरकारी निवास ‘‘क्लिफ हाउस’’ में दुष्कर्म किया गया।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘व्यावहारिक बुद्धि यह नहीं समझ पा रही है कि क्लिफ हाउस में इस प्रकार की घटना कैसे हो सकती है, जहां शिकायतकर्ता अपने परिवार और कई सुरक्षाकर्मियों के साथ रहते हैं।
टीवी चैनलों पर प्रसारित एक पत्र में आरोप लगाया गया था कि चांडी ने सरिता के साथ यौन र्दुव्यवहार किया था। यह पत्र कथित रूप से सरिता ने तब लिखा था जब वह 2013 में हिरासत में थी। चांडी ने इस आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया और दावा किया था कि यह एक साजिश है।
चांडी ने अदालत से शिकायत पर संज्ञान लेने और आईपीसी की धाराओं के तहत आगे की कार्रवाई का अनुरोध किया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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