समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने CBI से मिले नोटिस को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब हमें नोटिस देकर बुलाया गया है. राजनीतिक में इन सब चीजों का सामना करना पड़ता है. मुझे और नेताजी को कितना फंसाने की कोशिश हुई है ये सभी को पता है. उन्होंने आगे कहा कि हमने क्या जवाब दिया ये सीबीआई बताए, हम नहीं बताएंगे कि क्या जवाब दिया गया है. हमें एक से ज़्यादा समन दिया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव बैलट पेपर पर नहीं हुआ होता तो न्याय कैसे होता.
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि एक तरफ हम संविधान की रक्षा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ संविधान भक्षक हैं. यूपी में सबसे ज़्यादा उत्पीड़न महिलाओं का हो रहा है. उन्होंने सूबे की सरकार के एमओयू पर भी निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि एमओयू साइन हो रहे हैं लेकिन ज़मीन पर काम नहीं हो रहा है. ऐसे में आने वाले चुनाव में बीजेपी का सफ़ाया होगा.
अखिलेश यादव ने पुलिस भर्ती प्रवेश परीक्षा के पेपर लीक को लेकर भी यूपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पेपर सरकार ने जानबूझकर लीक कराया है. सरकार नहीं चाहती कि पीडीए के लोगों को नौकरी मिले. राम मंदिर को लेकर भी अखिलेश यादव ने कहा कि हमने किसी को भी भगवान राम का दर्शन करने से नहीं रोका था. हमने पार्टी दफ्तर में शालिग्राम की पूजा में उन सभी विधायकों को बुलाकर पूजा कराई थी. भगवान राम मुझे जब बुलाएंगे मैं तब दर्शन करने जाऊंगा.
इस दौरान अखिलेश यादव ने INDIA गठबंधन को लेकर कहा कि ये गठबंधन हर दिन और मजबूत हो रहा है. पीडीए परिवार मजबूत हो रहा है. हमने सुभासपा का विधायकों को नहीं तोड़ा है, वो विधायक हमारा ही है.
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