श्रीनगर:
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किश्तवाड़ में शुक्रवार की हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया और लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यधारा अथवा अलगाववाद समर्थक किसी भी नेता को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में नहीं जाने देने का फैसला किया है, क्योंकि इससे स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है। किश्तवाड़ जाते वक्त बीजेपी नेता अरुण जेटली को जम्मू हवाई अड्डे पर रोके जाने के तत्काल बाद उमर ने कहा, ...और इनमें अरुण जेटली भी शामिल हैं।
किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा, इन नेताओं का एकमात्र मकसद यही नजर आता है कि राज्य में 2008 के हालात (अमरनाथ भूमि विवाद आंदोलन) पैदा किए जाएं, ताकि वे संसदीय चुनाव और विधानसभा चुनाव में फायदा उठा सकें। उमर ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में विपक्ष की नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज से बात की है। उन्होंने कहा, नेता प्रतिपक्ष के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में मैंने उनसे कहा कि वे इस क्षेत्र में अपने लोगों से कहें कि शांति बनाए रखें और इस मुद्दे को हवा नहीं दें।
उमर ने आरोप लगाया, किश्तवाड़ की घटना के बाद पैदा हुए हालात का फायदा उठाने लोगों के ध्रुवीकरण करने का प्रयास हो रहा है। अब तक ये लोग इसमें कामयाब नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा, मैं आपको उन राज्यों का नाम बता सकता हूं, जहां इसी साल सांप्रदायिक दंगे हुए हैं। क्या ये लोग उन जगहों पर गए? ये लोग क्यों जम्मू-कश्मीर और खासकर जम्मू क्षेत्र को ही चुन रहे हैं? क्या घाटी में शिया-सुन्नी झड़पों को ज्यादा समय हो गया? ये लोग उस वक्त कहां थे? मुख्यमंत्री ने इंसाफ का भरोसा देते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे किश्तवाड़ की स्थिति को लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।
उमर ने संवाददाताओं से कहा, मेरी लोगों से गुजारिश है कि वे उन सियासी दलों को कामयाब नहीं होने दें, जो इंसानी हितों से ऊपर अपने राजनीतिक हितों को रख रहे हैं, ताकि स्थिति का फायदा उठा सकें। उन्होंने कहा, कृपया अफवाहों को खारिज कर दें। हम कानून-व्यवस्था बहाल करेंगे और इंसाफ मिलना सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अपील आम आदमी पर केंद्रित है, राजनीतिक दलों पर नहीं।
उमर ने कहा कि किश्तवाड़ की घटना के बारे में लोगों की चिंताओं का निवारण करने के लिए उनकी सरकार हर कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, मैं लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह अशांति राज्य के दूसरे हिस्सों में नहीं फैले। हम किश्तवाड़ और आसपास के इलाकों में शांति बहाल करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किश्तवाड़ हिंसा की जांच के तथ्यों से लोगों को अवगत कराया जाए उमर ने कहा, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किश्तवाड़ और दूसरे इलाकों में जानमाल के हुए नुकसान के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यधारा अथवा अलगाववाद समर्थक किसी भी नेता को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में नहीं जाने देने का फैसला किया है, क्योंकि इससे स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है। किश्तवाड़ जाते वक्त बीजेपी नेता अरुण जेटली को जम्मू हवाई अड्डे पर रोके जाने के तत्काल बाद उमर ने कहा, ...और इनमें अरुण जेटली भी शामिल हैं।
किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ने कहा, इन नेताओं का एकमात्र मकसद यही नजर आता है कि राज्य में 2008 के हालात (अमरनाथ भूमि विवाद आंदोलन) पैदा किए जाएं, ताकि वे संसदीय चुनाव और विधानसभा चुनाव में फायदा उठा सकें। उमर ने कहा कि उन्होंने लोकसभा में विपक्ष की नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज से बात की है। उन्होंने कहा, नेता प्रतिपक्ष के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत में मैंने उनसे कहा कि वे इस क्षेत्र में अपने लोगों से कहें कि शांति बनाए रखें और इस मुद्दे को हवा नहीं दें।
उमर ने आरोप लगाया, किश्तवाड़ की घटना के बाद पैदा हुए हालात का फायदा उठाने लोगों के ध्रुवीकरण करने का प्रयास हो रहा है। अब तक ये लोग इसमें कामयाब नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा, मैं आपको उन राज्यों का नाम बता सकता हूं, जहां इसी साल सांप्रदायिक दंगे हुए हैं। क्या ये लोग उन जगहों पर गए? ये लोग क्यों जम्मू-कश्मीर और खासकर जम्मू क्षेत्र को ही चुन रहे हैं? क्या घाटी में शिया-सुन्नी झड़पों को ज्यादा समय हो गया? ये लोग उस वक्त कहां थे? मुख्यमंत्री ने इंसाफ का भरोसा देते हुए लोगों से आग्रह किया कि वे किश्तवाड़ की स्थिति को लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।
उमर ने संवाददाताओं से कहा, मेरी लोगों से गुजारिश है कि वे उन सियासी दलों को कामयाब नहीं होने दें, जो इंसानी हितों से ऊपर अपने राजनीतिक हितों को रख रहे हैं, ताकि स्थिति का फायदा उठा सकें। उन्होंने कहा, कृपया अफवाहों को खारिज कर दें। हम कानून-व्यवस्था बहाल करेंगे और इंसाफ मिलना सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अपील आम आदमी पर केंद्रित है, राजनीतिक दलों पर नहीं।
उमर ने कहा कि किश्तवाड़ की घटना के बारे में लोगों की चिंताओं का निवारण करने के लिए उनकी सरकार हर कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, मैं लोगों को यकीन दिलाना चाहता हूं कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह अशांति राज्य के दूसरे हिस्सों में नहीं फैले। हम किश्तवाड़ और आसपास के इलाकों में शांति बहाल करने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किश्तवाड़ हिंसा की जांच के तथ्यों से लोगों को अवगत कराया जाए उमर ने कहा, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किश्तवाड़ और दूसरे इलाकों में जानमाल के हुए नुकसान के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
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