नुआपाडा:
ओडिशा में मंगलवार को संदिग्ध नक्सलियों ने अगवा किए गए पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी। गोलियों से छलनी उनका शव नुआपाड़ा जिले में पाया गया। उनके हाथ एवं पैर बंधे थे।
इससे पहले उपपुलिस महानिरीक्षक सौमेंद्र प्रियदर्शी ने बताया था कि सहायक सब इंस्पेक्टर क्रुपारम मांझी को नुआपाड़ा जिले के बुधास गांव के नजदीक से अगवा कर लिया गया। उन्हें अर्द्धसैनिक बलों के शिविर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर अगवा किया गया था।
यह घटना ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका के नक्सलियों की कैद से छूटने के कुछ दिन बाद ही सामने आई है। हिकाका को नक्सलियों ने 24 मार्च को अगवा किया था और 26 अप्रैल को छोड़ दिया। इससे पहले नक्सलियों ने राज्य में दो इतावली नागरिकों का भी अपहरण कर लिया था।
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे।
इससे पहले उपपुलिस महानिरीक्षक सौमेंद्र प्रियदर्शी ने बताया था कि सहायक सब इंस्पेक्टर क्रुपारम मांझी को नुआपाड़ा जिले के बुधास गांव के नजदीक से अगवा कर लिया गया। उन्हें अर्द्धसैनिक बलों के शिविर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर अगवा किया गया था।
यह घटना ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका के नक्सलियों की कैद से छूटने के कुछ दिन बाद ही सामने आई है। हिकाका को नक्सलियों ने 24 मार्च को अगवा किया था और 26 अप्रैल को छोड़ दिया। इससे पहले नक्सलियों ने राज्य में दो इतावली नागरिकों का भी अपहरण कर लिया था।
पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले के जिलाधिकारी का भी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था, जो तीन मई को उनकी कैद से छूटे। वह 12 दिन नक्सलियों की कैद में रहे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं