दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Committee) के प्रमुख अरविंदर सिंह लवली (Arvinder Singh Lovely) ने मंगलवार को दावा किया कि अतीत में कार चलाने की ‘सम-विषम' योजना (Odd-Even Scheme) वायु प्रदूषण (Air Pollution) को रोकने में विफल रही है और इससे लोगों को केवल असुविधा हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली ‘गैस चैंबर' बन गई है और सरकार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने में विफल रही है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को घोषणा की थी कि शहर में 13 से 20 नवंबर तक सम-विषम योजना लागू की जाएगी, जिसके बाद लवली ने यह बयान दिया है.
लवली ने कहा कि अत्यधिक खराब वायु गुणवत्ता के लिए केंद्र और राज्य सरकारें दोनों जिम्मेदार हैं क्योंकि उन्होंने पूरे साल प्रदूषण को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और जब लोग जहरीली हवा के शिकार हुए, तब जाकर वे जागे.
उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली के वायु प्रदूषण के लिए पराली जलाना एक कारक था, तो उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा में भाजपा सरकारों और पंजाब तथा दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकारों को पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से कदम उठाने चाहिए थे.
लवली ने एक बयान में कहा, “राज्य सरकार की सम-विषम योजना एक गलत कदम था, जिससे प्रदूषण कम नहीं हुआ बल्कि लोगों को असुविधा ही हुई. कांग्रेस की दिल्ली इकाई एक रचनात्मक सुझाव देना चाहती है कि खतरनाक वायु प्रदूषण का स्थायी समाधान खोजने के लिए उपराज्यपाल को सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए.”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि खतरनाक वायु प्रदूषण के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए दिल्ली से बाहर जाने को मजबूर हैं, लेकिन दोनों सरकारों को लोगों की दुर्दशा की कोई परवाह नहीं है.
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