फाइल फोटो
हरिद्वार:
हाल में योगगुरु बाबा रामदेव के पदार्था स्थित पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क में स्थानीय ट्रक यूनियन और पार्क के सुरक्षाकर्मियों के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद संस्थान की सुरक्षा अब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के हवाले कर दी गई है।
इस बात की पुष्टि करते हुए हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक, नगर सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि पतंजलि फूड पार्क प्रशासन ने दो दिन पहले पार्क की आंतरिक सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ की एक कंपनी केंद्र से भुगतान पर प्राप्त किया है।
इस बाबत पंवार ने बताया कि कोई भी कंपनी केंद्रीय बल की जरूरत होने पर केंद्र सरकार को आवेदन कर उसे भुगतान के आधार पर प्राप्त कर सकती है।
फूड पार्क में बनने वाले उत्पादों की ढुलाई को लेकर स्थानीय ट्रक यूनियन और पार्क प्रशासन के बीच काफी लंबे समय से चला आ रहा विवाद पिछले माह दोनों पक्षों के बीच हिंसक संघर्ष में तब्दील हो गया था। उसमें एक ट्रक डाइवर की मौत भी हो गई थी।
इस संघर्ष के बाद बाबा रामदेव के भाई रामभरत सहित कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। रामभरत अभी जेल में हैं और उन्हें जमानत नहीं मिल पाई है।
इस मामले को लेकर बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण ने संवाददाताओं से बातचीत में स्थानीय पुलिस पर अविश्वास जताते हुए पार्क की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की नियुक्ति की बात कही थी।
हालांकि, इस बाबत, सिटी एसपी ने कहा कि सीआईएसएफ केवल संस्थान की भीतरी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होती है, बाहरी सुरक्षा के लिए नहीं।
इस बात की पुष्टि करते हुए हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक, नगर सुरजीत सिंह पंवार ने बताया कि पतंजलि फूड पार्क प्रशासन ने दो दिन पहले पार्क की आंतरिक सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ की एक कंपनी केंद्र से भुगतान पर प्राप्त किया है।
इस बाबत पंवार ने बताया कि कोई भी कंपनी केंद्रीय बल की जरूरत होने पर केंद्र सरकार को आवेदन कर उसे भुगतान के आधार पर प्राप्त कर सकती है।
फूड पार्क में बनने वाले उत्पादों की ढुलाई को लेकर स्थानीय ट्रक यूनियन और पार्क प्रशासन के बीच काफी लंबे समय से चला आ रहा विवाद पिछले माह दोनों पक्षों के बीच हिंसक संघर्ष में तब्दील हो गया था। उसमें एक ट्रक डाइवर की मौत भी हो गई थी।
इस संघर्ष के बाद बाबा रामदेव के भाई रामभरत सहित कुल 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। रामभरत अभी जेल में हैं और उन्हें जमानत नहीं मिल पाई है।
इस मामले को लेकर बाबा रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण ने संवाददाताओं से बातचीत में स्थानीय पुलिस पर अविश्वास जताते हुए पार्क की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की नियुक्ति की बात कही थी।
हालांकि, इस बाबत, सिटी एसपी ने कहा कि सीआईएसएफ केवल संस्थान की भीतरी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होती है, बाहरी सुरक्षा के लिए नहीं।
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