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This Article is From Feb 27, 2020

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा: किसी का ऑटो जला तो कोई घर छोड़कर चला गया, लोगों ने सुनाई अपनी-अपनी आपबीती

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्व क्षेत्र में दो दिन की सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 32 लोगों की मौत हो गयी है और बुधवार को शांति रही लेकिन कुछ स्थानों पर दुकानों में आग लगा दी गयी.

नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा: किसी का ऑटो जला तो कोई घर छोड़कर चला गया, लोगों ने सुनाई अपनी-अपनी आपबीती
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा: सुनाई अपनी-अपनी आपबीती
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्व क्षेत्र में दो दिन की सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 32 लोगों की मौत हो गयी है और बुधवार को शांति रही लेकिन कुछ स्थानों पर दुकानों में आग लगा दी गयी और गुप्तचर ब्यूरो के एक कर्मचारी का शव नाले से बरामद किया गया. पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और सोमवार की रात से भड़की हिंसा पर लगाम लगाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्व क्षेत्र में सुरक्षा बल चारों ओर फैल गए. हिंसा के बाद स्थानीय लोग अपनी-अपनी आपबीती सुना रहे हैं.

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लोग कह रहे हैं कि तीन दिनों से रात में पूरे परिवार के साथ गली के भीतर अपने रिश्तेदार के यहां शरण लेते हैं. दिन में अपने कमरे में आते हैं. पूरी रात जागते हैं. कुछ तो घर छोडक़र चले गए. घर के शीशे पत्थर से बुरी तरह टूट हैं. घरों पर पेट्रोल बम की स्याही के निशान हैं. एक आदमी कहते-कहते रोने लगता है. उसके एक बिटिया के 10वीं के एग्जाम हैं, लेकिन कैंसिल हो गया है, लेकिन वह लड़की कह रही है जब होगा तब भी नहीं दे पाएंगे. जान है तो एग्जाम फिर दे देंगे.

ऑटो वाला कह रहा है कि किराये का ऑटो जला दिया. वहीं, खोमचे वाला है उसके ठेले को तहस नहस कर दिया गया. रोज़ी रोजगार का रोना है. पेट पालने और परिवार की सुरक्षा करने की दुहाई दे रहा है. मंदिर का पुजारी कह रहा है तीन दिनों से भगवान का मंदिर बंद है. नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई. लोगों ने लोहे के गेट पर बांस की चचरी डाल रखी है. ताकि पत्थरबाज़ी के दौरान कंबल डालकर कॉलोनी के भीतर पत्थर को आने से रोका जा सके.

एक शख्स ने बताया, दुकान और ठेले पर फ्रूट बेचते थे. पूरा जला दिया. पांच ठेले थे. उसी के ऊपर घर है. वहां लूटपाट भी किया गया. खाने को मोहताज की बात है. 10 लोगों का परिवार पलता था. अब क्या करें?

भूरे खान से उनके जले घर के मंज़र को देखने के बाद एनडीटीवी ने बात की. उनसे बात करने पर वह भावुक हो गए और रोने लगे. भूरे खान ने कहा, ''न घर रहा, न रोजगार. सब बर्बाद ही गया. घर में लूट पाट भी की गई.

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बता दें कि दिल्ली में हिंसा की घटनाओं के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोगों से शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में वर्तमान स्थिति की गहन समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जल्दी शांति एवं सामान्य स्थिति बहाल हो.

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