ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा कि किसी भी देश को दूसरे को ‘‘उपदेश'' नहीं देना चाहिए और कोई भी यह नहीं कह सकता कि भारत में लोकतंत्र नहीं है.‘टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव' में जॉनसन से ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स' में ‘‘भारत में गैर-सरकारी संगठनों, शिक्षाविदों और अन्य समूहों की स्वतंत्रता'' के मुद्दे पर हाल ही में हुई बहस के बारे में पूछा गया था.
जॉनसन ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह सांसदों का काम है ... वे हर तरह की बातें कहते हैं. आपको देखना चाहिए कि वे हमारी संसद में मेरे बारे में क्या कहते हैं.''
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि दूसरे देश को उपदेश देना एक देश का काम है. भारत एक महान देश है. यहां 1.35 अरब लोग रहते हैं. यह सबसे बड़ा लोकतंत्र है. कोई नहीं कह सकता कि भारत में लोकतंत्र नहीं है. यह एक अद्भुत जगह है.''
यह पूछे जाने पर कि क्या ब्रिटेन भारत की सीमाओं पर चीनी घुसपैठ की निंदा करता है, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके देश ने हमेशा क्षेत्रीय अखंडता के उल्लंघन की निंदा की है.
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