तमिलनाडु ड्रग रेगुलेटर (Tamil Nadu's drug regulator) ने कहा है कि उसे चेन्नई स्थित ग्लोबल फार्मा (Chennai-based Global Pharma) द्वारा निर्मित आई ड्रॉप के नमूनों में "कोई विषाक्तता" नहीं मिली है. तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल की निदेशक पीवी विजयलक्ष्मी (PV Vijayalakshmi) ने कहा है कि चेन्नई संयंत्र द्वारा निर्मित आई ड्रॉप के नमूनों में कोई विषाक्तता नहीं पाई गई है. विचाराधीन बैच सहित कई बैचों के नमूनों का विश्लेषण किया गया. हमें कोई विषाक्तता नहीं मिली. कच्चा माल को भी मानकों के अनुरूप पाया गया है. हालांकि विजयलक्ष्मी ने आई ड्रॉप्स पर अमेरिकी निगरानीकर्ता की ओर से की गई टिप्पणी पर कुछ भी कहने से मना कर दिया.
क्या है पूरा मामला
अमेरिका में इस भारतीय दवा कंपनी के एक आई ड्रॉप से हड़कंप मचा हुआ है. इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल से अमेरिका में तीन लोगों की जान जा चुकी है. अमेरिका में शीर्ष चिकित्सा निगरानी एजेंसी ने इस आई ड्रॉप में अत्यधिक दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया होने की संभावना पर चिंता व्यक्त की है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा कि इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल के बाद तीन मौतें, अंधापन के आठ केस और दर्जनों संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. चेन्नई स्थित ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर की ओर से यह आई ड्रॉप ब्रांड नाम एज़्रीकेयर आर्टिफिशियल टीयर्स के तहत बनाई गई है.
सीडीसी इस बात को लेकर बेहद चिंतित है कि भारत से आयातित आई ड्रॉप में मिला दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया अमेरिका में पैर जमा सकता है. संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिका में इससे पहले यह स्ट्रेन नहीं मिला है. ऐसे में समस्या यह है कि अमेरिका में मौजूदा एंटीबायोटिक दवाओं से इसका इलाज करना बेहद मुश्किल है.
बता दें कि चेन्नई से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण में स्थित ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने फरवरी में अमेरिकी बाजार से जुड़े आई ड्रॉप का उत्पादन बंद कर दिया था. इसने स्वेच्छा से उपभोक्ता स्तर पर EzriCare आर्टिफिशियल टीयर्स और डेलसम फार्मा के आर्टिफिशियल टीयर्स के सभी बचे हुए लॉट को भी वापस ले लिया है.
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