पटना: 15वीं बिहार विधानसभा के आखिरी सत्र की समाप्ति के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अब उन्हें जनता का सामना करना है। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए कहा कि "वे जुमलों के सहारे जनता के बीच जाएंगे और झांसा देंगे, लेकिन हम तो अपने किए गए कामों को लेकर जाएंगे।"
विधानसभा परिसर में संवाददताताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, "सत्र का समापन हो गया। यह बिहार विधानसभा का आखिरी और महत्वपूर्ण सत्र था। इसमें कई महत्वपूर्ण विधेयक दोनों सदनों के पटल पर रखे गए और स्वीकृत हुए। सबसे महत्वपूर्ण लोक शिकायत निवारण अधिकार विधेयक-2015 की स्वीकृति रही।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि "सरकार किसी भी विषय पर सदन में चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्ष तैयार नहीं था। मैं तो चाहता था कि प्रश्नोत्तर काल हो, लेकिन विपक्ष ने पूरे सत्र का समय गंवा दिया। खैर जो भी होना था, हो गया।" उन्होंने कहा, "अब हम सब जनता के दरबार में जाएंगे और राज्य के लोग ही फैसला करेंगे कि बिहार को किस ओर ले जाना है।"