विपक्ष के मिशन 2024 की तैयारी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जोर-शोर से जुट गए हैं. दिल्ली दौरे के तीसरे दिन नीतीश कुमार आज CPI ML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से मिले. मुलाकात को लेकर दीपांकर ने कहा कि जो प्रयोग बिहार में हुआ है, वह देश में हो सकता है. मोदी के सामने चेहरे के तौर पर आम लोग होंगे. देश के लोग होंगे. लोकतंत्र को बचाने के लिए सब साथ आएंगे.
वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा कि आप सबको मालूम है कि बिहार में 7 पार्टियां एकजुट हैं. कैसे विकास करना है. हर तबके का उत्थान करना है. कल से हम आए हैं और सब लोगों से मिले हैं. अनेक जगहों से जहां से जहां से लोगों ने हमारा समर्थन किया है, हम उनसे मिल रहे हैं, उनको नमन कर रहे हैं. जितनी बात हो रही है, सब लोगों की इच्छा है कि हर राज्य में एकजुटता हो और देश में एकजुटता हो. पूरे देश में जो माहौल बन जाएगा. आज कोई काम हो रहा है, हर जगह लोगों को तंग किया जा रहा है, परेशान किया जा रहा है. कहां कोई विकास का काम हो रहा है, यह सब कुछ जो कर रहे हैं, इस पर हर जगह एकजुट होकर चलेंगे तो निश्चित रूप से देश के हित में काम होगा और यह जो यहां पर सब कुछ किया जा रहा है, उनसे मुक्ति मिल जाएगी. सब लोगों के विचार से ऐसा लग रहा है कि हर जगह अगर एकजुटता से काम हो जाए तो बहुत अच्छा हो जाएगा.
आज नीतीश एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी मिलेंगे. इसके बाद नीतीश राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से भी मिलेंगे. इससे पहले मंगलवार को उन्होंने सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की थी, हालांकि नीतीश ने फिर कहा- पीएम बनने की उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है.
बता दें कि बिहार की सियासत में पिछले दिनों जो घमासान मचा उससे हर कोई वाकिफ है, अब जब नीतीश कुमार बिहार के सीएम की कुर्सी फिर से संभाल चुके हैं. ऐसे में वो विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं. मंगलवार को नीतीश कुमार ने दिल्ली पहुंच विपक्ष के नेताओं के संग मुलाकात की. नीतीश कुमार ने मंगलवार को लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की.
सीताराम येचुरी ने कहा कि देश के लिए जरूरी है सब सेक्युलर पार्टी एक साथ आए, नीतीश आए स्वागत की बात है . वो पहले भी आते थे, मकसद है सब जनवादी पार्टी एक साथ आए. संविधान का चरित्र को बचाना है. गणराज्य पर हमले से रोकने के लिये साथ आना जरूरी है. पहले सबका एकजुट होना एजेंडा है, पीएम बाद में तय होगा. फिलहाल सबसे बातचीत चल रही है, उम्मीद है सभी विपक्षी पार्टियों एक साथ आएगी.
नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बात हुई. नीतीश कुमार ने कहा कि बहुत दिन हो गए थे यहां आए, इसलिए आए हैं, कोई खास बात नहीं है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमने शुरू से कहा है कि जो साथ हैं उसी तरह से अगर अधिक से अधिक विपक्ष के लोग साथ हो जाएंगे, तो बहुत अच्छा माहौल होगा. यह सब लोगों की इच्छा पर है. जब दूसरे अन्य पार्टियों के साथ बातचीत होगी, तब इस मसले पर भी चर्चा होगी.
नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से सरकार चलाने की आजकल कोशिश हो रही है, तो आप देखिए कौन सा काम हो रहा है, विकास की कौन सी परियोजनाएं हो रही हैं. सब कुछ एकतरफा हो रहा है और धीरे-धीरे क्षेत्रीय पार्टियों को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. आपको बता दें कि हाल ही में नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ते हुए कहा कि अब वो जिंदगी में कभी बीजेपी के साथ जाने की मूर्खता नहीं करेंगे.
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