निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में फांसी की सजा पाए चारों दोषियों को डेथ वारंट जारी होने के बाद अलग-अलग सेल में रखा गया है. डीजी तिहाड़ के मुताबिक हमने फांसी की सजा के लिए उत्तर प्रदेश को दो जल्लादों के लिए चिट्ठी लिखी है. इनमें से एक जल्लाद पवन हैं जबकि एक और जल्लाद के लिए लिखा गया है. जानकारी के मुताबिक दोषी मुकेश से मिलने के लिए उसकी मां जेल में आई थी, जिन्हें मिलने दिया गया था. फिलहाल सभी परिवारों को मिलने की अनुमति है लेकिन जब फांसी के करीब के वक्त सिर्फ आखिरी मुलाकात करवाइ जाएगी.
तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक सभी दोषियों को वही खाना दिया परोसा जा रहा है जो जेल में बंद अन्य कैदियों को दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि दोषियों को बता दिया गया है कि अपनी जायदाद किसी के नाम करनी है कि तो वह बता सकते हैं लेकिन अब तक किसी भी दोषी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
निर्भया केस: NGO ने दोषियों की फांसी के लाइव प्रसारण की मांग की, कहा...
बता दें कि निर्भया केस के दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी. दो दोषियों विनय कुमार शर्मा और मुकेश सिंह ने फांसी की सजा से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की है. उनकी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 14 जनवरी को सुनवाई करेगी.
Video: क्या 22 जनवरी को हो सकेगी निर्भया के दोषियों को फांसी?
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