एनआईए ने शुक्रवार को कोर्ट में बताया कि पुणे और मुंबई में आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी चल रही थी. मामले में पुणे, मुंबई, ठाणे, रत्नागिरी और गोंदिया से 10 के करीब संदिग्ध गिरफ्तार हो चुके हैं. शुक्रवार को एनआईए ने मामले में पडघा से गिरफ्तार शामिल नाचन को एनआईए कोर्ट में फिर से पेश किया.
ट्रेनिंग लेने गए थे आरोपी
एनआईए ने कोर्ट को बताया कि मामले में गिरफ्तार एक और आरोपी आकिब नाचन के साथ दोनों पुणे में विस्फोटक केमिकल के जरिए बम बनाने की ट्रेनिंग लेने गए थे. वहां से दोनो विस्फोटक केमिकल के साथ वापस लौटे. इसलिए उस विस्फोटक की तलाश करनी है जबकि आरोपी उसके बारे में कुछ भी बता नहीं रहा है.
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आरोपी के घर से कई संदिग्ध मटेरियल मिले
एनआईए ने कोर्ट में ये भी बताया कि शामिल दो सिम कार्ड इस्तेमाल कर रहा था, लेकिन दोनों सिम कार्ड उसके नहीं बल्कि उसके के दोस्त के नाम पर है. इतना ही नहीं शामिल 7 से 8 मेल आईडी का इस्तेमाल भी कर रहा था और वह किसी और के नाम से थी. NIA ने बताया आरोपी शामिल के घर पर छापेमारी की गई, जहां से एनआईए को आरोपी के घर से कई संदिग्ध मटेरियल मिले हैं.
एनआईए ने की रिमांड बढ़ाने की मांग
एनआईए ने अदालत से कहा शामिल और आरोपी आकिब दोनों को एक दूसरे के सामने बिठाकर पूछताछ करने की जरूरत है. क्योंकि दोनों एक साथ पुणे जाकर बम बनाने की ट्रेनिंग लिए थे, तो उस ट्रेनिंग में और कौन-कौन था? ट्रेनिंग किसने दी? जो विस्फोटक दोनों वापस लेकर आए इसका इस्तेमाल कब और कहां करना था ? ये सब जानकारी निकालने के लिए और रिमांड बढ़ाई जाए.
शमील नाचन मुंबई बम धमाकों में आरोपी रहे साकिब नाचन का बेटा है
हालांकि बचाव पक्ष ने अदालत में तर्क दिया कि इसके पहले 6 दिन की कस्टडी में एनआईए कुछ भी ठोस सबूत या नई जानकारी हासिल नहीं कर पाई बस वो कहानी बना रही है. इसलिए आगे अब कस्टडी न दी जाए. अदालत भी एजेंसी की जांच से संतुष्ट नहीं दिखी लेकिन मामला आतंक से जुड़ा होने और उसकी संवदेनशीलता देखते हुए 23 अगस्त तक कस्टडी बढ़ा दी. शमील नाचन 2002-2003 के मुंबई बम धमाकों में आरोपी रहे साकिब नाचन का बेटा है.
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हिंसा भड़काने की थी साजिश
महाराष्ट्र ISIS के इस स्लीपर मॉड्यूल में पुणे से पकड़े गए मोहमद यूनुस साकी और इमरान खान पहले से इनामी आतंकी हैं. पुणे पुलिस और फिर पुणे एटीएस ने मामले में दोनों को छिपने के लिए घर दिलाने और फंडिंग के लिए रत्नागिरी और गोंदिया से गिरफ्तार किया था. बाद में ये केस एनआईए ने ले लिया क्योंकि जांच में महाराष्ट्र ISIS मॉड्यूल के आरोपी और पुणे मॉड्यूल के कॉमन कॉनेक्शन मिले. एनआईए के मुताबिक महाराष्ट्र ISIS स्लीपर सेल मामले में पकड़े गए पांच अन्य आरोपी जुल्फिकार अली बड़ौदावाला, मोहम्मद इमरान खान, मोहम्मद यूनुस साकी, सिमाब नसीरुद्दीन काजी और अब्दुल कादिर पठान के साथ-साथ कुछ अन्य संदिग्धों के साथ मिलकर काम कर रहा था, जो कि विभिन्न हिस्सों में हिंसा भड़काने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा था.
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