प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
नेस्ले इंडिया ने पिछले सप्ताह अपने इंस्टैंट नूडल्स ब्रांड मैगी को बाजार में उतारने के बाद से अब तक 350 शहरों में इसके 3.3 करोड़ पैकेट बेचे हैं। करीब पांच माह पहले खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने मैगी पर प्रतिबंध लगाया था।
उठाना पड़ा 476.2 करोड़ रुपये का नुकसान
विश्लेषकों के समक्ष प्रस्तुतीकरण में कंपनी ने कहा कि वह 724 वितरकों के जरिए 1.2 लाख आउटलेट्स में मैगी की बिक्री कर रही है। मैगी पर प्रतिबंध के वित्तीय प्रभाव के बारे में नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसे 476.2 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। इसमें 34,663 टन नूडल्स को नष्ट करने की लागत भी शामिल है।
9 नवंबर, 2015 को मैगी फिर बाजार में उतरा
बंबई उच्च न्यायालय द्वारा तय शर्तों को पूरा करने के बाद नेस्ले ने 9 नवंबर, 2015 को मैगी को फिर बाजार में उतारा है। उच्च न्यायालय ने एफएसएसएआई और महाराष्ट्र एफडीए द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया था।
उठाना पड़ा 476.2 करोड़ रुपये का नुकसान
विश्लेषकों के समक्ष प्रस्तुतीकरण में कंपनी ने कहा कि वह 724 वितरकों के जरिए 1.2 लाख आउटलेट्स में मैगी की बिक्री कर रही है। मैगी पर प्रतिबंध के वित्तीय प्रभाव के बारे में नेस्ले इंडिया ने कहा कि उसे 476.2 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। इसमें 34,663 टन नूडल्स को नष्ट करने की लागत भी शामिल है।
9 नवंबर, 2015 को मैगी फिर बाजार में उतरा
बंबई उच्च न्यायालय द्वारा तय शर्तों को पूरा करने के बाद नेस्ले ने 9 नवंबर, 2015 को मैगी को फिर बाजार में उतारा है। उच्च न्यायालय ने एफएसएसएआई और महाराष्ट्र एफडीए द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया था।
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