
बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन.
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'1400 साल पुराने कुरान के कानून खत्म होने चाहिए.
हमें बराबरी पर आधारित आधुनिक कानून की जरूरत है.
पूरा इस्लाम का कानून या शरिया कानून खत्म किया जाना चाहिए.
भारत में निर्वासन में रह रहीं तसलीमा ने कहा, '1400 साल पुराने कुरान के कानून खत्म होने चाहिए. हमें बराबरी पर आधारित आधुनिक कानून की जरूरत है.'
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एक साथ किए गए कई ट्वीट में तसलीमा ने कहा, "सिर्फ तीन तलाक ही क्यों? पूरा इस्लाम का कानून या शरिया कानून खत्म किया जाना चाहिए. सभी धार्मिक कानूनों को मानवता के लिए खत्म किया जाना चाहिए." उन्होंने कहा, 'धर्मों के साथ सभी धार्मिक नियम व परंपराएं महिला विरोधी हैं.'
तसलीमा को उनके नास्तिक विचारों के लिए जाना जाता है. तसलीमा ने कहा, 'तीन तलाक कुरान में नहीं है. क्या इस वजह से इसे हटाया गया है? कुरान में बहुत सारे अन्याय व असमानताएं हैं, तो क्या उसे रखा जाना चाहिए?' अदालत का फैसला आने से पहले लेखिका ने ट्वीट किया था, 'भारत के प्रगतिशील लोग तीन तलाक को खत्म किए जाने का इंतजार कर रहे हैं.'
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सर्वोच्च अदालत ने मुस्लिम समाज में प्रचलित तीन तलाक को असंवैधानिक, मनमाना करार देते हुए कहा है कि यह इस्लाम का हिस्सा नहीं है. (इनपुट आईएएनएस से)
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