लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) को लेकर चुनाव प्रचार में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. देश की जनता के नब्ज को समझने के लिए NDTV की टीम देश के हर हिस्से में पहुंच रही है. एनडीटीवी का इलेक्शन कार्निवल (NDTV Election Carnival)13 राज्यों की यात्रा कर एक बार फिर से उत्तर प्रदेश पहुंच गया है. 1857 की क्रांति में झांसी की अहम भूमिका रही थी. इस सीट पर इस बार के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला है. कांग्रेस को इस चुनाव में समाजवादी पार्टी का समर्थन प्राप्त है. पिछले चुनाव में सपा और बसपा का गठबंधन रहा था. 2019 में दूसरे नंबर पर बसपा के उम्मीदवार रहे थे.
बुंदेलखंड अलग राज्य बनाने के लिए बीजेपी गंभीर:प्रदीप सरावगी
बुंदेलखंड अलग राज्य के मुद्दे पर बीजेपी नेता ने कहा कि प्रदीप सरावगी ने कहा कि बुंदेलखंड का एक बहुत बड़ा हिस्सा मध्यप्रदेश के अंतर्गत आता है. 7 जिले मध्यप्रदेश में आते हैं. इस कारण हालात नहीं बन पाए हैं जिस कारण से यह राज्य नहीं बन पाया है. बीजेपी छोटे-छोटे राज्यों की समर्थक रही है. भारतीय जनता पार्टी ही अलग राज्य बना पाएगी. बीजेपी नेता ने कहा कि हमारे सरकार में गांव-गांव में नहरों को जाल बिछाया जा रहा है. हर घर जल पहुंचायी जा रही है. जो 50 साल में जो पानी नहीं पहुंचा वो हम पहुंचा रहे हैं. घर-घर में नल लगाए गए हैं.
कांग्रेस ने दिया था आर्थिक पैकेज
झांसी से कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप जैन के प्रतिनिधि गौरव जैन ने कहा कि यूपीए की सरकार के दौरान पहली बार इस क्षेत्र को आर्थिक पैकेज दिया गया था. दोनों ही राज्यों को इसके लिए पैसे दिए गए थे. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि गांव-गांव में लोग पीने के पानी के लिए परेशान हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि पानी नहीं मिलने से परेशान लोग विपक्षी नेताओं को भी निशाना बना रहे हैं.
बुंदेलखंड नवनिर्माण मोर्चा के नेता ूबीजेपी और कांग्रेस को घेरा
बुंदेलखंड नवनिर्माण मोर्चा के नेता भानु सहाय ने कहा कि राहुल गांधी जब बुंदेलखंड की गांवों में पहुंचे थे तो पूरी दुनिया ने देखा कि बुंदेलखंड की दुर्दशा क्या है. उमा भारती जी जब चुनाव लड़ने आयी तो उन्होंने भगवान राम को शाक्षी मानकर कहा था कि 3साल में बुंदेलखंड राज्य बना दिया जाएगा. हालांकि अभी तक वो नहीं बन पाया है. राजनाथ सिंह ने भी उनकी बात का समर्थन किया था.
पहुज और बेतवा नदी के बीच बसा है झांसी शहर
झांसीशहर पहुज और बेतवा नदी के बीच बसा हुआ है. झांसी के इतिहास में रानी लक्ष्मीबाई का सबसे बड़ा नाम रहा है. कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई को याद करते हुए उनके किरदार में सीमा सिकरवार ने पहुंची थी उन्होंने कहा कि झांसी की महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या रोजगार है. उन्होंने कहा कि मैं अधिकारों के लिए मुखर रही हूं. इस कारण मुझे लक्ष्मीबाई के रूप में रहना पसंद है.
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