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This Article is From Jul 01, 2022

"लवलेटर मिला है..." : सत्ता पलट के बाद आयकर विभाग से मिले नोटिस पर NCP प्रमुख शरद पवार का तंज

एनसीपी नेता ने ट्वीट कर कहा, " मुझे 2004, 2009, 2014 और 2020 में दायर चुनावी हलफनामों से संबंधित जानकारी देने के लिए आयकर से एक प्रेम पत्र मिला है."

नोटिस मिलने के बाद खुद शरद पवार ने भी ट्वीट कर आयकर विभाग पर निशाना साधा है. (फाइल फोटो)

मुंबई:

महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को आयकर विभाग की ओर से नोटिस मिला है. 30 जून को महाराष्ट्र में एक तरफ जहां सत्ता परिवर्तन में ट्विस्ट पर ट्विस्ट आ रहे थे. उसी दौरान एनसीपी प्रमुख को आयकर का नोटिस मिला. इस बात से नाराज एनसीपी प्रवक्ता महेश तपासे ने ट्वीट कर पूछा कि ये संयोग है या कुछ और?

चुनावी हलफनामे की जानकारी मांगी

वहीं, नोटिस मिलने के बाद खुद शरद पवार ने भी ट्वीट कर कहा कि एजेंसियों का उपयोग राजनीतिक रूप से भिन्न विचारों वाले लोगों के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि मुझे इनकम टैक्स से भी ऐसा ही एक लव लेटर मिला है. वे अब 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान हलफनामे में निहित जानकारी की जांच कर रहे हैं. एनसीपी के मुताबिक आयकर विभाग ने शरद पवार से साल 2004 से लेकर 2020 तक चुनावी हलफनामे की जानकारी मांगी हैं. 

एनसीपी नेता ने ट्वीट कर कहा, " मुझे 2004, 2009, 2014 और 2020 में दायर चुनावी हलफनामों से संबंधित जानकारी देने के लिए आयकर से एक प्रेम पत्र मिला है."  ये कहते हुए कि उन्होंने ये भी कहा कि जानकारी देने की चिंता नहीं है. वहीं, अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, " आयकर विभाग की दक्षता में गुणात्मक वृद्धि हुई है. इतने सालों से जानकारी एकत्र करने और कुछ लोगों से जानकारी एकत्र करने पर ध्यान केंद्रित करना, एक रणनीतिक बदलाव प्रतीत होता है." 

एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने शरद पवार को आयकर की नोटिस पर कहा कि चुनावी एफिडेविट मांगे गए हैं, जबकि वो इनकम टैक्स को इलेक्शन कमीशन से भी मिल सकते हैं. उन्‍होंने कहा कि पूरे देश और महाराष्ट्र को जो चीज पता है, उसके बारे में नोटिस है. पवार साहब उसका उत्तर देंगे. 

साथ ही स्पीकर के चुनाव पर पाटिल ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की तरफ से स्पीकर के लिए अभी तक फैसला नहीं हुआ है, लेकिन एक दो दिन में हो जाएगा. कल 12 बजे के पहले हमें फाइनल करना है. हमें उम्मीद है कि जो शिवसेना से भाग कर गए हैं, उन्‍हें अपनी सदस्यता बचाने के लिए हमारे उम्मीदवार को समर्थन देना होगा, नहीं तो उन पर अयोग्यता की कार्रवाई जल्द हो जाएगी. 

एकनाथ शिंदे ने सीएम पद की शपथ ली

गौरतलब है कि कल शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. जबकि विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी के नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली. 

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