Nawagarh Election Results 2023: जानें, नवागढ़ (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

नवागढ़ विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 237642 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 86779 ने कांग्रेस उम्मीदवार गुरूदयाल सिंह बंजारे को वोट देकर जिताया था, जबकि 53579 वोट पा सके बीजेपी प्रत्याशी दयालदास बघेल 33200 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Nawagarh Election Results 2023: जानें, नवागढ़ (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में 7 तथा 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

आज से 22 साल पहले मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य के मध्य क्षेत्र में मौजूद है बेमेतरा जिला, जहां बसा है नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 237642 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार गुरूदयाल सिंह बंजारे को 86779 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार दयालदास बघेल को 53579 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 33200 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में नवागढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार दयालदास बघेल ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 69447 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर सीएमएस उम्मीदवार डेरहू प्रसाद घृतलहरे को 42254 वोट मिल पाए थे, और वह 27193 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार दयालदास बघेल को कुल 53519 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी डेरहू प्रसाद घृतलहरे दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 47012 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 6507 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर बैठे थे. इन्हीं नतीजों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह की 15 साल तक चली सरकार का कार्यकाल खत्म हो गया था, क्योंकि इस चुनाव में BJP महज़ 15 सीटें अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता कैसे बदली, इसे समझने के लिए वर्ष 2013 के चुनाव नतीजों पर भी नज़र डालनी होगी. उस समय BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर 1 फीसदी से भी कम रहा था. अब भूपेश बघेल सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, जबकि BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.