प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम बीजेपी मुख्यालय पहुंचे। प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद बीजेपी मुख्यालय का उनका यह पहला दौरा था। यहां उन्होंने इन लोकसभा चुनावों को देश ही नहीं विश्व के लिए 21वीं सदी का निर्णायक बिंदु बताते हुए आज कहा कि अगर बीजेपी सरकार ने आम नागरिकों के हक में पूरी निष्ठा के साथ काम किया तो देश की जनता उससे कभी नाता नहीं तोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि देश की जनता तो 1967 में ही कांग्रेस से विमुख हो चुकी थी, लेकिन उसके बाद हुए प्रयोगों से निराश होकर वह वहीं (कांग्रेस के पास) मुड़ कर चली गई।
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार यहां बीजेपी मुख्यालय आए मोदी ने कहा, 'ये हमारा दायित्व बनता है कि जनता हमसे 10 कदम आगे है तो हम यह देखें कि उससे कैसे कदम से कदम मिला कर चलें, कैसे अपना आचरण करें। इससे उसका हमारे प्रति विश्वास बढ़ेगा।
मोदी ने कहा, 'इससे पहले के चुनावों में राजनीति से ज्यादा जातीय समिकरणों की चर्चा होती थी लेकिन यह पहला चुनाव है जिसमें सारे जातीय समीकरणों, भौगोलिक समीकरणों और अन्य परंपरागत समीकरणों से ऊपर उठ कर जनता ने जनादेश दिया।' उन्होंने सवाल किया कि यह कौन सी प्रेरणा और अपेक्षा थी जो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक जनता को इस बिंदु से जोड़ रही थी। जवाब खुद ही देते हुए उन्होंने कहा, यह 'जनता की आशा' का चुनाव था।
मोदी ने कहा, 'इसलिए सरकार और बीजेपी का दायित्व बनता है कि हम जनता की आकांक्षाओं पर खरे उतरें। मेहनत करने में कोई कमी नहीं छोड़ें। हमारे निर्णय सामान्य नागरिकों के लिए अच्छा करने की दिशा में हों और पूरी निष्ठा से हों तो जनता हमसे कभी नाता नहीं तोड़ेगी, मैं इसका विश्वास दिलाता हूं।'
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