Nagaur Election Results 2023: जानें, नागौर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

नागौर विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 242315 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 86315 ने बीजेपी उम्मीदवार मोहन राम चौधरी को वोट देकर जिताया था, जबकि 73307 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी हबीबुर रहमान अशरफी लांबा 13008 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Nagaur Election Results 2023: जानें, नागौर (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के मारवाड़ क्षेत्र में मौजूद है नागौर जिला, जहां बसा है नागौर विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 242315 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार मोहन राम चौधरी को 86315 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार हबीबुर रहमान अशरफी लांबा को 73307 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 13008 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में नागौर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार हबीबुर्रहमान अशरफी लांबा ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 67143 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार हरेंद्र मिर्धा को 61288 वोट मिल पाए थे, और वह 5855 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में नागौर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार हबीबुर्रहमान को कुल 53469 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 46569 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 6900 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.