
सपा के आज़म ख़ान और उनके बेटे जीतने में कामयाब हुए हैं (फाइल फोटो)
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
बीजेपी ने एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को नहीं दिया टिकट
सबसे ज्यादा मुस्लिम सपा-कांग्रेस गठबंधन के बैनर से जीते
403 सदस्यों वाली विधानसभा में इस बार केवल 24 मुसलमान
उत्तर प्रदेश में मोदी लहर इतनी जबर्दस्त थी कि इस बार विधानसभा पहुंचने वाले मुसलमान विधायकों की संख्या काफी कम हो गई. हालांकि अन्य दलों ने काफी मात्रा में मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिए थे, लेकिन उनमें से बहुत कम को ही जीत हासिल हुई, यहां तक कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी काफी कम मुस्लिम उम्मीदवार जीतने में कामयाब हुए.
बहुजन समाज पार्टी ने सौ से अधिक मुसलमान प्रत्याशी बनाए थे और समाजवादी पार्टी ने भी 59 से अधिक मुसलमानों को टिकट दिया, लेकिन कुल मिलाकर केवल 24 मुस्लिम प्रत्याशी ही जीत हासिल कर पाए. सबसे अधिक 19 मुस्लिम प्रत्याशी सपा-कांग्रेस गठबंधन से जीते जबकि, बीएसपी के महज पांच मुस्लिम प्रत्याशी ही विजयी हो सके.
वहीं, 2012 में 64 मुसलमान प्रत्याशी विधायक बने थे. इससे पहले 1991 में राम मंदिर मुद्दे की वजह से विधानसभा में केवल चार प्रतिशत मुस्लिम विधायक ही पहुंच पाए थे. उसके बाद हुए चुनावों में मुस्लिम विधायकों की संख्या में लगातार इज़ाफा होता चला गया. लेकिन इस बार की मोदी लहर ने इस पर ब्रेक लगा दिया.
बड़े नामों की बात करें तो सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खान रामपुर सीट बचाने में सफल रहे जबकि उनका बेटा अब्दुल्ला आजम स्वार सीट पर जीता. बाहुबली मुख्तार अंसारी मऊ सीट पर बसपा के टिकट पर विजयी हुए, जबकि उनके भाई और पुत्र चुनाव हार गए.
(इनपुट भाषा में भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
UP Assembly, Muslim Candidates, UP Election Results 2017, यूपी विधानसभा चुनाव 2017, मुसलमान विधायकों