फेसबुक पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना जहाज निर्माण पेशे से जुड़े एक युवक के लिए महंगा साबित हो रहा है। उस पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है। भाजपा शासित प्रदेश गोवा की पुलिस को युवक की इस टिप्पणी में 'राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का बड़ा खेल की गंध' महसूस हो रही है।
युवक के समर्थन में उतरे सिविल सोसायटी के कार्यकर्ता और विपक्ष ने शनिवार को पुलिस मुख्यालय के सामने विरोध करने का फैसला लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ क्रूरता मान रहे हैं।
वहीं मामले में आरोपी देवू चोडंकर (31) की अग्रिम जमानत अर्जी गुरुवार को उत्तरी गोवा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने ठुकरा दी, जिसके बाद से उसकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया है।
मामले के जांच अधिकारी गोवा पुलिस की साइबर शाखा के पुलिस निरीक्षक राजेश जोब अदालत में दाखिल अपने बयान में आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की दरकार जताई है। जोब ने कहा है, 'राज्य में सांप्रदायिकता भड़काने और सामाज में नफरत पैदा करने की मंशा का पता लगाने के लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ अत्यंत जरूरी है।'
फेसबुक पर लोकप्रिय समूह गोवा प्लस पर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के सत्ता में आने पर चेतावनी देते हुए दावा किया गया था कि जनसंहार होंगे और गोवा का ईसाई समुदाय अपनी पहचान खो देगा। इस समूह के आधा लाख सदस्य हैं।
चोडंकर ने अपना पोस्ट हटाने से पहले कहा था, 'जिस तरह गुजरात में जनसंहार हुए उसी तर्ज पर पार्रिकर सरकार की धूर्त नीतियों के जरिए उसके दोहराने का खतरा आसन्न है।'
इसके बाद एक दूसरे फेसबुक समूह गोवा स्पीक्स पर देवू ने अपने शब्दों के चयन के लिए माफी मांगी, लेकिन अपने तर्क पर वह अड़े रहे। इस मामले में देवू के खिलाफ अतुल पई कणे ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं