अखिलेश और मुलायम सिंह यादव (फाइल फोटो)
लउनऊ:
मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के सीएम उम्मीदवार पर अपना स्टैंड बदल दिया है. अब वे अखिलेश को पार्टी का सीएम चेहरा बनाने के लिए फिर तैयार हो गए हैं. चंद दिनों पहले उन्होंने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद विधायक तय करेंगे कि कौन सीएम होगा. सियासी हलकों में यह भी अफवाहें थीं कि अखिलेश अब अपनी अलग पार्टी बनाने वाले हैं. माना जा रहा है कि इस तरह डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू हो गई है.
समाजवादी पार्टी के स्टेट आफिस के ऑडिटोरियम में आज ठीक उस जगह औेर उसी कुर्सी पर बैठकर मुलायम के दूत औेर पार्टी के राज्यसभा सदस्य कृष्णमय नंदा ने मुलायम की तरफ से ऐलान किया कि अखिलेश ही सीएम कैंडिडेट हैं... जहां से तीन रोज पहले मुलायम ने खुद कहा था कि सीएम कौन होगा यह चुनाव के बाद विधायक तय करेंगे. कृष्णमय नंदा ने कहा, “अगली सरकार समाजवादी पार्टी की ही होगी..और अखिलेश यादव ही उसका चेहरा हैं. जो देश के सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री हैं. यही मुलायम सिंह का संदेश है, जो मैं आपको देने आया हूं.”
बाप-बेटे की जंग में पिछले दिनों लगा कि अखिलेश अकेले पड़ते जा रहे हैं, क्योंकि अखिलेश की मर्जी के खिलाफ मुलायम ने गायत्री प्रजापति को फिर मंत्री बनवा दिया... अमर सिंह को महासचिव बना दिया...अखिलेश के करीबी सात युवा नेताओं को पार्टी से निकाल दिया...कौमी एकता दल का सपा में विलय कर दिया...और मुख्तार अंसारी का टिकट तय कर दिया.
उधर अखिलेश अपने उन युवा दोस्तों के साथ सार्वजनिक प्रोग्राम में नजर आए जिन्हें मुलायम सिंह यादव ने पार्टी से बर्खास्त कर दिया था. और तब तो हंगामा ही हो गया जब अखिलेश ने एक इंटरव्यू में कह दिया कि वे अकेले चुनाव प्रचार में चले जाएंगे, उन्होंने तो अपना नाम भी बचपन में खुद ही रख लिया था. शायद 75 साल के बाप को जवान बेटे की यह बात दिल को लग गई और उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कह दिया कि “अगला सीएम कौन होगा यह चुनाव जीतने के बाद विधायक तय करेंगे. ”
इसके बाद अफवाहों ने जोर पकड़ा कि अखिलेश यादव अपनी नई पार्टी बना रहे हैं... वे कांग्रेस के साथ जा सकते हैं... वगैरह..वगैरह. लेकिन आज मुलायम सिंह ने अखिलेश को मीटिंग के लिए घर बुलाया.
समाजवादी पार्टी के स्टेट आफिस के ऑडिटोरियम में आज ठीक उस जगह औेर उसी कुर्सी पर बैठकर मुलायम के दूत औेर पार्टी के राज्यसभा सदस्य कृष्णमय नंदा ने मुलायम की तरफ से ऐलान किया कि अखिलेश ही सीएम कैंडिडेट हैं... जहां से तीन रोज पहले मुलायम ने खुद कहा था कि सीएम कौन होगा यह चुनाव के बाद विधायक तय करेंगे. कृष्णमय नंदा ने कहा, “अगली सरकार समाजवादी पार्टी की ही होगी..और अखिलेश यादव ही उसका चेहरा हैं. जो देश के सबसे बेहतरीन मुख्यमंत्री हैं. यही मुलायम सिंह का संदेश है, जो मैं आपको देने आया हूं.”
बाप-बेटे की जंग में पिछले दिनों लगा कि अखिलेश अकेले पड़ते जा रहे हैं, क्योंकि अखिलेश की मर्जी के खिलाफ मुलायम ने गायत्री प्रजापति को फिर मंत्री बनवा दिया... अमर सिंह को महासचिव बना दिया...अखिलेश के करीबी सात युवा नेताओं को पार्टी से निकाल दिया...कौमी एकता दल का सपा में विलय कर दिया...और मुख्तार अंसारी का टिकट तय कर दिया.
उधर अखिलेश अपने उन युवा दोस्तों के साथ सार्वजनिक प्रोग्राम में नजर आए जिन्हें मुलायम सिंह यादव ने पार्टी से बर्खास्त कर दिया था. और तब तो हंगामा ही हो गया जब अखिलेश ने एक इंटरव्यू में कह दिया कि वे अकेले चुनाव प्रचार में चले जाएंगे, उन्होंने तो अपना नाम भी बचपन में खुद ही रख लिया था. शायद 75 साल के बाप को जवान बेटे की यह बात दिल को लग गई और उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कह दिया कि “अगला सीएम कौन होगा यह चुनाव जीतने के बाद विधायक तय करेंगे. ”
इसके बाद अफवाहों ने जोर पकड़ा कि अखिलेश यादव अपनी नई पार्टी बना रहे हैं... वे कांग्रेस के साथ जा सकते हैं... वगैरह..वगैरह. लेकिन आज मुलायम सिंह ने अखिलेश को मीटिंग के लिए घर बुलाया.
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