जालौन (Jalaun) जिले के उरई में ईद की खुशियां एक परिवार में मामत में बदल गईं. यहां एक महिला त्यौहार मनाने अपने मायके आई थी घर के कमरे में सो रही थी तभी घर का छप्पर गिर गया, जिसमें महिला और उसकी एक बेटी, एक बेटी दब गए. छप्पर की गिरने की आवाज सुनकर मोहल्ले के लोग दौड़े और सभी को जिला अस्पताल (Hospital) पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने महिला और उसके दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया. वहीं महिला की घायल मां का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
इस घटना के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया. सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई. जालौन कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला भवानीराम निवासी साबिया (25) पत्नी सद्दाम का शहर कोतवाली क्षेत्र के लहरियापुरवा स्थित मायका है. वह दो दिन पहले अपनी मां नूरजहां के पास आई थी. शुक्रवार रात खाना खाकर वह अपने पुत्र फेज (2) व पुत्री अनाविया (6 माह) तथा मां नूरजहां (50) के साथ घर के कमरे में सोने चली गई.
लगभग सुबह 4 बजे कमरे का छप्पर गिर गया, जिसमें चारों लोग दब गए. छप्पर गिरने की आवाज सुनकर दौड़े मोहल्ले के लोगों ने चारों को मलबे से बाहर निकाला और जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने साबिया, उसके पुत्र और पुत्री को मृत घोषित कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस जांच-पड़ताल में जुट गई. वहीं जानकारी मिलते ही सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की. परिजनों ने बताया कि साबिया के पति मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं.
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