
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को शुरू हुए मात्र 30 दिन ही हुए हैं. लेकिन यहां पर श्रद्धालुओं की सेहत चिंता का विषय बनी हुई है. यात्रा को शुरू हुए 30 दिन यानी एक महीने हो चुके हैं और अब तक यहां पर 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ श्रद्धालुओं की मौत स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हुई है तो कुछ लोगों की मौत बाकी कारणों से हुई है. अब तक राज्य में चार धाम यात्रा पर गए 68 श्रद्धालुओं की मृत्यु के आंकड़ें सामने आ रहे हैं.
अब तक कितने श्रद्धालु पहुंचे
उत्तराखंड की चार धाम यात्रा के लिए न सिर्फ देश बल्कि विदेश से भी श्रद्धालु आते हैं. उत्तराखंड में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे चार धाम आते हैं. इन चारों धाम में भारी संख्या में श्रद्धालु हर साल दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. आंकड़ों के मुताबिक अब तक 16 लाख 45 हजार 155 यात्री अब तक दर्शन कर चुके हैं. वहीं इस दौरान 60 ऐसे यात्री हैं जिनकी मृत्यु स्वास्थ्य खराब होने के चलते हुई.
कहां पर कितने लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक केदारनाथ में सबसे ज्यादा 29 श्रद्धालुओं की जान गई जो कि स्वास्थ्य खराब होने की वजह से था. जबकि बद्रीनाथ धाम में 12 यात्रियों की, गंगोत्री धाम में 8 यात्रियों की और यमुनोत्री धाम में 11 यात्रियों की मृत्यु हुई है.
आंकड़ों में यह स्पष्ट नहीं है कि इन लोगों के स्वास्थ्य खराब होने की वजह क्या थी और क्यों उनकी मृत्यु हुई. परिचालन केंद्र के अनुसार 8 यात्रियों की मृत्यु अन्य वजहों से बताई गई है जिसमें केदारनाथ में एक गंगोत्री में 6 यात्रियों की हेलीकॉप्टर क्रैश होने के कारण मृत्यु तो वही यमुनोत्री में एक यात्री की मृत्यु के आंकड़े बताए गए हैं.
इंतजाम के बाद भी यह स्थिति
बहरहाल राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग का यह दावा था कि उसने इस बार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं श्रद्धालुओं को मुहैया कराई हैं. सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया था कि डॉक्टर, हॉस्पिटल, दवाइयां, मेडिकल इक्विपमेंट, सभी की व्यवस्था चार धाम यात्रा रूट पर की गई हैं. इसके अलावा हेली एम्बुलेंस को भी चार धाम यात्रा में यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए रखा गया है. लेकिन फिर भी 60 से ज्यादा यात्रियों की मौत 30 दिन में हो चुकी है.
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