संसद (Parliament Session) का मानसून सत्र (Monsoon Session) 14 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. सत्र की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अब मिल रही जानकारी के अनुसार, संसद भवन में केवल वही सांसद प्रवेश कर पाएंगे, जिनका कोरोनावायरस (Coronavirus) टेस्ट नेगेटिव होगा. संसद भवन आने से पहले कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा. सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र से टेस्ट करवाकर आना होगा. संसद भवन में भी जांच की सुविधा होगी. मानसून सत्र के लिए दिशा-निर्देश (एसओपी) जारी कर दिए गए हैं.
संसद भवन के रिसेप्शन पर एंटीजन टेस्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी. रिपोर्ट नेगेटिव हो लेकिन अगर लक्षण हो तो आरटीपीसीआर टेस्ट कराना होगा और रिजल्ट आने तक होम आइसोलेशन में रहना होगा. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार इंस्टीट्यूटशनल क्वारंटाइन या अस्पताल में जाना होगा. सांसदों के परिवारवालों को भी एहतियात के तौर पर टेस्ट कराने की सलाह दी गई है.
मानसून सत्र : प्रश्नकाल रद्द किए जाने पर भड़के TMC सांसद, बोले - महामारी के बहाने लोकतंत्र की हत्या
अगर घर का कोई सदस्य पॉजिटिव और सांसद नेगेटिव पाए जाते हैं, तो भी सांसद को 14 दिन के क्वारंटाइन में जाना होगा. सांसदों को अपने पीए, पीएस, ड्राइवर और मेड का संसद भवन रिसेप्शन पर टेस्ट कराने की सलाह दी गई है. इनमें से भी कोई अगर पॉजिटिव आया तो सांसद को क्वारंटाइन में जाना होगा. बता दें कि कोरोनावायरस (Coronavirus) के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही में कुछ बदलाव किए गए हैं, बदलावों के अनुसार, मानसून सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा लेकिन शून्यकाल रहेगा.
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