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देश में मानसूनी आफत, बद्रीनाथ-केदारनाथ हाइवे बंद होने से सैकड़ों फंसे, केंद्र ने राज्यों को दिए 1,066 करोड़

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ में बारिश और भूस्खलन से हालात खराब हैं. पहाड़ों से लगातार मलबा गिर रहा है. गुरुवार सुबह से ही बद्रीनाथ हाईवे बंद रहा. इससे हाइवे के दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंस गए. वहीं केदारनाथ हाईवे भी काकड़ागाड़ में बंद करना पड़ा है. यहां भी भूस्खलन की वजह से हाईवे पर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं.

देश में मानसूनी आफत, बद्रीनाथ-केदारनाथ हाइवे बंद होने से सैकड़ों फंसे, केंद्र ने राज्यों को दिए 1,066 करोड़
  • उत्तराखंड, हिमाचल सहित देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित हुआ है, कई स्थानों पर सड़कें बंद हो गई हैं.
  • हिमाचल में मानसून के दौरान भारी बारिश से अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 740 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
  • मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिमी, मध्य, पश्चिमी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिणी भारत में अगले कुछ दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है.
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नई दिल्ली:

देश के कई हिस्सों में मौसम इन दिनों कहर बरपा रहा है. उत्तराखंड-हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश के बीच भूस्खलन की खबरें आ रही हैं, वहीं मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं. इस बीच मौसम विभाग ने उत्तर-पश्चिमी इलाकों में अगले 2-3 दिनों तक और मध्य भारत में अगले 4-5 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है. इस बीच, केंद्र सरकार ने असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, केरल और उत्तराखंड जैसे बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित राज्यों के लिए 1,066 करोड़ रुपए की राशि जारी करने की मंजूरी दी है. 

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. 

  • उत्तर-पश्चिम भारत: हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की आशंका है. 10 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, जम्मू और पंजाब में बहुत भारी बारिश हो सकती है.
  • मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा में 10 से 16 जुलाई तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
  • पश्चिम भारत: गुजरात और गोवा में 12 से 16 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान जताया गया है.
  • उत्तर-पूर्व : असम, मेघालय और मिजोरम में अगले सप्ताह भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
  • दक्षिण भारत: केरल और कर्नाटक में 12 से 16 जुलाई तक भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है.
हिमाचल प्रदेश के स्याज में बादल फटने से पंगल्यूड गांव में तबाही के बाद एनडीटीवी की टीम ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया. गांव वालों ने आवाजाही के लिए नारायणी खड्ड पर लकड़ी का पुल बनाया है, जिसे पारकर के NDTV की टीम गांव में पहुंची. इस गांव में 9 लोगों की मौत हुई है. 4 लोगों के शव 150 किलोमीटर दूर मिले. पांच लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं. मरने वालों में 9 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुजुर्ग भी हैं. 4 लोगों का शव हमीरपुर, ज्वाला देवी और दूरदराज के इलाकों से बरामद किए गए हैं. 

हिमाचलः बारिश से अब तक 54 मौतें, 740 करोड़ का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में पिछले कई दिनों में हुई भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन के मंडी-धरमपुर खंड समेत 245 सड़कें अवरुद्ध हैं. यह हाइवे पंजाब के अटारी को लद्दाख के लेह से जोड़ता है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 20 जून को मानसून शुरू होने के बाद बाढ़ की 31 घटनाएं, बादल फटने की 22 घटनाएं और 17 भूस्खलन हुए. 

अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस दौरान कुल 85 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 54 की मौत बारिश से संबंधित घटनाओं में और 31 की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई. करीब 129 लोग घायल हुए हैं जबकि 34 लोग लापता हैं. इसके कारण राज्य को अब तक लगभग 740 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. इमारतों के अलावा खेती और जंगलों को भी नुकसान हुआ है. भारी बारिश को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12 जुलाई तक स्कूलों में मानसून की छुट्टियां घोषित कर दी हैं. 

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ में बारिश और भूस्खलन की वजह से हालात खराब हैं. गुरुवार सुबह से ही बद्रीनाथ हाईवे बंद रहा. राजमार्ग के दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंस गए हैं. हाइवे से मलबा हटाने में एनएच विभाग की सिर्फ एक जेसीबी मशीन लगी है. इससे देरी हो रही है. वहीं केदारनाथ हाईवे भी काकड़ागाड़ में बंद करना पड़ा है. पहाड़ी से लगातार मलबा और पत्थर गिर रहे हैं. भूस्खलन से केदारनाथ हाईवे पर भी सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं.

दिल्ली में खंभे में करंट आने से ग्राफिक डिजाइनर की मौत

राजधानी दिल्ली में बुधवार रात तेज बारिश के बीच बिजली के पोल में करंट आने से एक ग्राफिक डिजाइनर की मौत हो गई. अक्षत जैन दिल्ली के रहने वाले थे और गुरुग्राम के सोहना रोड पर एक कंपनी में काम करते थे. रात करीब दस बजे जिम करने के बाद वह घर वापस जा रहे थे, उसी दौरान उन्होंने गलती से बिजली के खंभे को हाथ लगा दिया. करंट लगने से उनकी मौत हो गई.

राजधानी में बुधवार शाम तेज बारिश के कारण विभिन्न इलाकों में जलभराव पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने नाराजगी और चिंता जताई है. उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी करके जलभराव रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है. मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि भारी बारिश के बावजूद मिंटो रोड और आईटीओ चौराहे पर इस बार जलभराव नहीं हुआ. उन्होंने अफसरों से कहा कि इसी तरह की कार्यकुशलता उन्हें पूरी दिल्ली में दिखानी होगी. 

केंद्र ने प्रभावित राज्यों को 1,066 करोड़ की मदद दी

केंद्र सरकार ने असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, केरल और उत्तराखंड जैसे बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित राज्यों के लिए 1,066.80 करोड़ रुपए की राशि जारी करने की मंजूरी दी है. यह राशि SDRF से केन्द्रीय हिस्से के रूप में दी गई है. बताया गया कि इस साल SDRF और NDRF कोष से 19 राज्यों को 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की गई है. 

बाढ़ प्रभावित छह राज्यों में असम को 375.60 करोड़, मणिपुर को 29.20 करोड़, मेघालय को 30.40 करोड़, मिजोरम को 22.80 करोड़, केरल को 153.20 करोड़ और उत्तराखंड को 455.60 करोड़ रुपए दिए गए हैं. मानसून के दौरान 21 राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों में बचाव व राहत कार्यों के लिए NDRF की 104 टीमें तैनात की गई हैं.

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