जनता दल-युनाइटेड नेता शिवानंद तिवारी ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखिया मोहन भागवत और एमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताकर बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन की साझीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चिढ़ा दिया।
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नई दिल्ली:
जनता दल-युनाइटेड नेता शिवानंद तिवारी ने सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुखिया मोहन भागवत और एमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी को एक ही सिक्के के दो पहलू बताकर बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन की साझीदार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चिढ़ा दिया। वहीं भाजपा ने जद-यु नेतृत्व से तिवारी को ऐसे बयान देने से रोकने की सलाह दी है।
बिहार से राज्यसभा के सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा, "भागवत और ओवैसी दोनों में कोई अंतर नहीं है। दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए घृणा फैलाने वाला बयान देते रहते हैं।" उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने विवाह को सामाजिक अनुबंध, जहां महिलाओं से घर की देखभाल और पुरुष से कमाई करने की अपेक्षा होती है, बताकर विवाद पैदा किया। तिवारी ने कहा कि भागवत ने यह भी कहा था कि इस अनुबंध का उल्लंघन होने पर शादी टूट जानी चाहिए।
तिवारी के इस बयान को भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने निंदा की और जद-यु नेतृत्व से अपने नेताओं को इस तरह की बयानबाजी करने से रोकने की सलाह दी।
बिहार से राज्यसभा के सदस्य शिवानंद तिवारी ने कहा, "भागवत और ओवैसी दोनों में कोई अंतर नहीं है। दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों अपना वोट बैंक मजबूत करने के लिए घृणा फैलाने वाला बयान देते रहते हैं।" उन्होंने कहा कि मोहन भागवत ने विवाह को सामाजिक अनुबंध, जहां महिलाओं से घर की देखभाल और पुरुष से कमाई करने की अपेक्षा होती है, बताकर विवाद पैदा किया। तिवारी ने कहा कि भागवत ने यह भी कहा था कि इस अनुबंध का उल्लंघन होने पर शादी टूट जानी चाहिए।
तिवारी के इस बयान को भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने निंदा की और जद-यु नेतृत्व से अपने नेताओं को इस तरह की बयानबाजी करने से रोकने की सलाह दी।
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