भारतीय वायुसेना के परिवहन विमान AN-32 के सर्च ऑपरेशन की मॉनिटरिंग के लिए चेन्नई में पर्रिकर
नई दिल्ली:
24 घंटा से ज्यादा बीत जाने के बावजूद भारतीय वायुसेना के लापता विमान का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। बचाव और राहत अभियान का मुआयना करने खुद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर चेन्नई गए। नौसेना के निगरानी विमान पी8 आई से रक्षा मंत्री ने तलाशी अभियान की समीक्षा की। पर्रिकर ने हालात का जायजा लेने के बाद अधिकारियों को कहा कि जितने भी संसाधनों की जरुरत है सबको इस अभियान में लगाया जाए।
पिछले 24 घंटों में कठिन परिस्थिति में जिस तरह से ऑपरेशन चलाया जा रहा है, उसकी रक्षा मंत्री ने तारीफ की क्योंकि इलाके में बहुत से बादल छाये हुए हैं। उन्होंने कमांडर को निर्देश दिया कि उन परिवारों के संपर्क में रहें जिनके लोग इस विमान में सवार है। साथ ही उन्हें जरुरी सूचना मुहैया करवाई जाए।
सुबह 8.30 बजे उड़ान भरने के 8.46 तक विमान संचार संपर्क में था। लेकिन 9.12 मिनट के बाद इसका रडार से संपर्क टूट गया। जहां से विमान रडार पर से गायब हुआ है, वह जगह चेन्नई से करीब 300 किलोमीटर दूरी है। इस जगह समंदर की गहराई करीब 3500 मीटर यानि कि 10,000 हजार फुट है। तब से इस विमान की तलाश जारी है। इस विमान को 11.30 तक पोर्ट ब्लेयर पहुंचना था। इसके बाद विमान कहां गया। विमान में चार घंटे का ही ईधन है।
खराब मौसम के बावजूद के नौसेना और वायुसेना के साथ मिलकर कोस्टगार्ड ऑपरेशन को सुचारु ढ़ंग से चला रही है। अभी तक कोई कोई लापता विमान से जुड़ी कुछ भी चीज नही मिली है। वायुसेना में परिवहन बेड़े में करीब 100 एएन-32 विमान है। बेशक ये विमान तीन दशक पुराने है लेकिन अपग्रेड होने के बाद ये काफी सुरक्षित माने जाते हैं।
पिछले 24 घंटों में कठिन परिस्थिति में जिस तरह से ऑपरेशन चलाया जा रहा है, उसकी रक्षा मंत्री ने तारीफ की क्योंकि इलाके में बहुत से बादल छाये हुए हैं। उन्होंने कमांडर को निर्देश दिया कि उन परिवारों के संपर्क में रहें जिनके लोग इस विमान में सवार है। साथ ही उन्हें जरुरी सूचना मुहैया करवाई जाए।
गौरतलब है कि शुक्रवार को वायुसेना का परिवहन विमान एएन-32 चेन्नई के तामबरम एयरबेस से क्रू सहित 29 लोगों को लेकर अंडमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर जा रहा है। सवार लोगों में वायुसेना के 11, थलसेना के दो ,कोस्टगार्ड के एक और नौसेना के नौ लोग थे।Defence Minister Manohar Parrikar being briefed on search ops of missing IAF AN-32 at Naval Air station INS Rajali pic.twitter.com/wcZWULvN9i
— ANI (@ANI_news) July 23, 2016
सुबह 8.30 बजे उड़ान भरने के 8.46 तक विमान संचार संपर्क में था। लेकिन 9.12 मिनट के बाद इसका रडार से संपर्क टूट गया। जहां से विमान रडार पर से गायब हुआ है, वह जगह चेन्नई से करीब 300 किलोमीटर दूरी है। इस जगह समंदर की गहराई करीब 3500 मीटर यानि कि 10,000 हजार फुट है। तब से इस विमान की तलाश जारी है। इस विमान को 11.30 तक पोर्ट ब्लेयर पहुंचना था। इसके बाद विमान कहां गया। विमान में चार घंटे का ही ईधन है।
खबर मिलते ही इस अभियान में नौसेना और कोस्टगार्ड के 20 के करीब युद्दपोत , सात के करीब पी8 आई , सी 130 और डोर्नियर जैसे निगरानी विमान को खोजबीन अभियान में लगा दिया है। इतना ही नहीं नौसेना ने अपनी एक पनडुब्बी को भी बंगाल की खाड़ी में तलाशी अभियान में तैनात कर दिया है। इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसिन इंर्फोमेशन सर्विसेज ( INCOIS ) से सहायता मांगी गई है कि वे संभावित इलाके की सूचना महैया करवाने में मदद करें। नेशनल रिमोट सेसिंग सेंटर, हैदराबाद से भी अनुरोध किया गया है कि वे लापता विमान एएन-32 का हाई रिजोल्युसन सैटेलाइट इमेज उपलब्ध करवाए।
खराब मौसम के बावजूद के नौसेना और वायुसेना के साथ मिलकर कोस्टगार्ड ऑपरेशन को सुचारु ढ़ंग से चला रही है। अभी तक कोई कोई लापता विमान से जुड़ी कुछ भी चीज नही मिली है। वायुसेना में परिवहन बेड़े में करीब 100 एएन-32 विमान है। बेशक ये विमान तीन दशक पुराने है लेकिन अपग्रेड होने के बाद ये काफी सुरक्षित माने जाते हैं।
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