लोकसभा चुनावों में मिली अब तक की सबसे खराब पराजय के बाद कांग्रेस के अंदर एक-दूसरे पर दोषारोपण तेज हो गया है। पार्टी के एक नेता और पूर्व सांसद ने उसके मंत्रियों के अहंकार और व्यवहार को पार्टी की पराजय और जनता की नजरों में इसकी छवि को गिराने का सबसे बड़ा कारण बताया।
पूर्व सांसद और पार्टी के प्रवक्ता राज बब्बर ने शनिवार को कहा कि पराजय के लिए सभी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, लेकिन साथ ही इस बात पर जोर दिया कि पार्टी को पुन:स्थापित करने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पहले से ज्यादा समर्थन की जरूरत है।
राज बब्बर कांग्रेस कार्य समिति के पूर्व सदस्य जगमीत सिंह बराड़ द्वारा शुक्रवार को की गई टिप्पणी के बाद अपनी बात रख रहे थे। बरार ने यह टिप्पणी कर हलचल पैदा कर दी थी कि लोकसभा चुनावों में मिली भारी पराजय के मद्देनजर अगर सोनिया और राहुल दो साल का ब्रेक लेते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है।
पार्टी के एक अन्य नेता और पूर्व मंत्री मनीष तिवारी ने हालांकि कहा कि दोषारोपण बंद होना चाहिए। राज बब्बर ने कहा, बरार ने जो कुछ कहा है, उस बारे में कोई दो राय नहीं है कि हरेक को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। निश्चित रूप से हर किसी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, लेकिन जहां तक सोनिया जी और राहुल जी का सवाल है, आज के परिदृष्य में कांग्रेस को अगर खुद को पुनर्स्थापित करना है, तो उनके योगदान और उनके समर्थन की पहले से ज्यादा जरूरत है।
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