हिंडन:
लड़ाकू विमानों की दुर्घटनाओं को टालने के मद्देनजर भारतीय वायु सेना ने मिग 21 विमानों के पुराने संस्करण को चरणबद्ध तरीके से हटाने का फैसला किया है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल पीवी नाइक ने सी-130 जे सुपर हर्क्युलस विमान को शामिल किए जाने के मौके पर कहा, आधुनिक विमान के सेना में शामिल किए जाने के साथ हम मिग 21 (टाइप 77) के पुराने संस्करण को अगले साल तक चरणबद्ध तरीके से हटाएंगे। इस मौके पर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा कि वायुसेना के आधुनिकीकरण की योजना के तहत पुराने विमानों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा और इनके स्थान पर एसयू-30 एमकेआई को शामिल किया जाएगा। वायुसेना के मिग 21 बेड़े में टाइप 96, टाइप 77 और बिसन संस्करण शामिल हैं। बिसन के 2017 तक वायुसेना में शामिल रहने की संभावना है जो एम-एमआरसीए और घरेलू स्तर पर निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस को शामिल किये जाने पर निर्भर है।