लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विलय की खबरें पिछले काफी दिनों से सुर्खियों में थीं लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन सभी चर्चाओं पर अब विराम लगा दिया है. जदयू विधानमंडल की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा, "राजद और जदयू के विलय की न तो जरुरत है और न प्रस्ताव. हां, 2015 में जरूर इस बात पर मैं गंभीर था, लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं है."
आपको बता दें कि राजद और जदयू की सरकार दोबारा बनने के बाद से यह चर्चा आम थी कि राजद और जदयू का विलय हो जाएगा. कयासों को बल तब और मिला, जब नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी नेताओं से मिलने लगे. इसके साथ ही नीतीश कुमार के तेजस्वी यादव को भविष्य का नेता बताने के बाद तो यह लगने लगा कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले बिहार की सत्ता तेजस्वी यादव को सौंप सकते हैं और राजद में जदयू का विलय कर सकते हैं.
इन कयासबाजियों को बल भाजपा के बड़े नेताओं की तरफ से भी मिला. बिहार भाजपा के बड़े नेता जदयू के राजद में विलय की लगातार घोषणा करने लगे. इसको लेकर जदयू की तरफ से कई बार स्पष्टीकरण भी दिया गया लेकिन लोगों को भरोसा नहीं हो रहा था. अब नीतीश कुमार के इस बारे में साफ इंकार के बाद स्पष्ट हो गया है कि जदयू और राजद का विलय नहीं होगा.
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