मेघालय की कोनराड के. संगमा सरकार ने राज्य विधानसभा में आसानी से विश्वास मत हासिल कर लिया है. विश्वास प्रस्ताव के समर्थन में कुल 35 वोट पड़े, जबकि इसके खिलाफ 20 वोट पड़े. एक वोट अवैध करार दिया गया, जबकि एक विधायक अनुपस्थित रहे. विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष ने वोट नहीं डाला. विपक्षी के नेता मुकुल संगमा ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था और दोनों पर जीत दर्ज की थी.
संगमा नीत एमडीए सरकार ने छह मार्च को शपथ ग्रहण किया था. नयी सरकार में भाजपा और क्षेत्रीय पार्टियां शामिल हैं. छह गैर कांग्रेस पार्टियां और एक निर्दलीय विधायक ने मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) का गठन किया है.
विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्षी नेता मुकुल संगमा ने भाजपा से हाथ मिलाने को लेकर कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की आलोचना की. उन्होंने यह भी जानना चाहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन का नेतृत्व कौन सी पार्टी कर रही है.
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मुकुल संगमा के तंज पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट है कि एमडीए सरकार का नेतृत्व एनपीपी कर रही है. इसमें कोई शक नहीं है. एनपीपी ने लगभग सभी क्षेत्रीय पार्टियों को एक साथ लाकर एक गैर कांग्रेस सरकार का गठन किया, जिसमें एनपीपी (19), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (6), पीपुल डेमोक्रेटिक फ्रंट (4), हिल स्टेट पीपुल डेमोक्रेटिक पार्टी (2), भाजपा (2) और एनसीपी (1) के अलावा दो निर्दलीय भी शामिल हैं.
गौरतलब है कि 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा की 59 सीटों पर ही चुनाव हुआ था क्योंकि एक उम्मीदवार की हत्या हो गई थी.
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