प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
रेल यात्रियों को अब सफर करते समय भी जरूरी दवाइयां मिल सकेंगी. मोदी सरकार की इस योजना के तहत यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर रेलवे के मल्टीपर्पस स्टॉल पर यह सुविधाएं मिलेंगी. केंद्र सरकार ने बताया कि भारतीय रेलवे बोर्ड ने रेलवे स्टेशनों पर जरूरी दवाइयां उपलब्ध कराने को लेकर फैसला किया है. रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए बताया कि रेलवे स्टेशनों पर रेलवे की बहुउद्देश्यीय दुकानों (मल्टीपर्पस स्टॉल) में जल्द ही कम कीमत वाली जेनरिक दवाईयां उपलब्ध हो सकेंगी. उन्होंने बताया कि अभी रेलवे स्टेशनों पर कुल तीन मेडिकल दुकानें संचालित हैं, जो की सभी मुंबई में हैं. रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने यह फैसला किया है कि यह नीतिगत प्रावधान किया जाएगा कि रेलवे स्टेशनों के मौजूदा बहुउद्देश्यीय दुकानों को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के मुताबिक जेनरिक कम कीमत वाली दवाइयां रखने के लिए अधिकृत किया जा सके.
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राजेन गोहेन ने रेलवे सुरक्षा को लेकर एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बताया कि रेलवे ने कुल 345 स्टेशनों पर मेटल डिटेक्टर द्वार स्थापित किए हैं. जबकि हाथ में पकड़ कर इस्तेमाल किए जाने वाले 4,780 मेटल डिटेक्टर उपलब्ध कराए गए हैं. गोहेन ने बताया कि भारतीय रेल में सुरक्षा इंतजामों की नियमित निगरानी और समीक्षा के लिए रेलवे ने राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति जो कि पुलिस महानिदेशकों की अध्यक्षता में गठित की गई है. गौरतलब है कि इससे पहले भी भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए कुछ इसी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई थी. इससे पहले रेलवे ने दार्जिलिंग में चलने वाले टॉय ट्रेन में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना पेश की थी.
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रेलवे ने कहा था कि वह जल्द ही दार्जिलिंग में चलने वाले टॉय ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का काम शुरू कर सकता है. दरअसल, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहाना के अनुसार दार्जिलिंग घूमने आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए टॉय ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का फैसला किया गया है. नई सुविधाओं के तहत इस ट्रेन में एसी बोगियां लगाने से लेकर अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर होगा. गौरतलब है कि यह टॉय ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी के मैदानों से रोजाना 2,000 मीटर की चढ़ाई करती है.रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने बताया था कि दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) हमारे लिए महत्वपूर्ण लाइन है.
VIDEO: बदल सकता है रेलवे का टाइम टेबल.
यह विश्व धरोहर है और हम इसकी महत्ता जानते हैं. आज यह दुनियाभर के पर्यटकों में खासा मशहूर है. उन्होंने कहा कि हम इस टॉय ट्रेन की भव्य विरासत को और बढ़ाएंगे. साथ हम यह भी अध्ययन करेंगे कि इस लाइन में क्या कमी है और हम उसे कैसे सुधारना है.गौरतलब है कि यूनेस्को ने वर्ष 1999 में डीएचआर को विश्व धरोहर का दर्जा दिया था. लोहानी ने कहा कि रेलवे भाप के इंजनों के भी पुनर्निर्माण पर जोर देगा जो पर्यटकों के बीच बहुत मशहूर थे. (इनपुट भाषा से)
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राजेन गोहेन ने रेलवे सुरक्षा को लेकर एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बताया कि रेलवे ने कुल 345 स्टेशनों पर मेटल डिटेक्टर द्वार स्थापित किए हैं. जबकि हाथ में पकड़ कर इस्तेमाल किए जाने वाले 4,780 मेटल डिटेक्टर उपलब्ध कराए गए हैं. गोहेन ने बताया कि भारतीय रेल में सुरक्षा इंतजामों की नियमित निगरानी और समीक्षा के लिए रेलवे ने राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति जो कि पुलिस महानिदेशकों की अध्यक्षता में गठित की गई है. गौरतलब है कि इससे पहले भी भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए कुछ इसी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई थी. इससे पहले रेलवे ने दार्जिलिंग में चलने वाले टॉय ट्रेन में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना पेश की थी.
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रेलवे ने कहा था कि वह जल्द ही दार्जिलिंग में चलने वाले टॉय ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का काम शुरू कर सकता है. दरअसल, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहाना के अनुसार दार्जिलिंग घूमने आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए टॉय ट्रेन को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने का फैसला किया गया है. नई सुविधाओं के तहत इस ट्रेन में एसी बोगियां लगाने से लेकर अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर होगा. गौरतलब है कि यह टॉय ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी के मैदानों से रोजाना 2,000 मीटर की चढ़ाई करती है.रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने बताया था कि दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) हमारे लिए महत्वपूर्ण लाइन है.
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यह विश्व धरोहर है और हम इसकी महत्ता जानते हैं. आज यह दुनियाभर के पर्यटकों में खासा मशहूर है. उन्होंने कहा कि हम इस टॉय ट्रेन की भव्य विरासत को और बढ़ाएंगे. साथ हम यह भी अध्ययन करेंगे कि इस लाइन में क्या कमी है और हम उसे कैसे सुधारना है.गौरतलब है कि यूनेस्को ने वर्ष 1999 में डीएचआर को विश्व धरोहर का दर्जा दिया था. लोहानी ने कहा कि रेलवे भाप के इंजनों के भी पुनर्निर्माण पर जोर देगा जो पर्यटकों के बीच बहुत मशहूर थे. (इनपुट भाषा से)
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