बेहतर शासन के लिए सरकार की कमियों को उजागर करे मीडिया: पूर्व PM मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह ने कहा, "हम मीडिया से चौकन्ना रहने और इस तरह शासन की दक्षता को बेहतर बनाने में मदद करने की उम्मीद करते हैं."

बेहतर शासन के लिए सरकार की कमियों को उजागर करे मीडिया: पूर्व PM मनमोहन सिंह

मनमोहन सिंह को टीआईओएल फिस्कल हेरीटेज अवार्ड से सम्मानित किया गया.

नई दिल्ली:

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि मीडिया को चौकन्ना रहने की जरूरत है और उसे शासन की दक्षता को बेहतर करने के लिए सरकार की कमियों को उजागर करना चाहिए. उन्होंने यहां टीआईओएल हेरीटेज अवार्ड कार्यक्रम में जोर देते हुए कहा कि भारत तेजी से बढ़ेगा और दुनिया को परंपरा तथा आधुनिकता के सम्मिश्रण के जरिये आगे की राह दिखाएगा. उन्होंने यह उल्लेख किया कि भारतीयों की पूरी एक नई पीढ़ी उभरी है, जो आकांक्षी है और बेहतर कामकाज करने तथा पारदर्शी होने के लिए सरकार पर दबाव बढ़ा रही है.

पूर्व पीएम ने मुश्किल समय में वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में देश की पतवार संभालने को भी याद किया. लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका पर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि इसने राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है. उन्होंने कार्यक्रम को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा, "हम मीडिया से चौकन्ना रहने और इस तरह शासन की दक्षता को बेहतर बनाने में मदद करने की उम्मीद करते हैं." उन्हें टीआईओएल फिस्कल हेरीटेज अवार्ड से सम्मानित किया गया.

सिंह के मुताबिक, आर्थिक वृद्धि, सामाजिक बदलाव और राजनीतिक सशक्तिकरण ने भारतीयों की पूरी नई पीढ़ी की आकांक्षाएं जगाई हैं. उन्होंने कहा, "इसने तीव्र आर्थिक वृद्धि और जीवन की बेहतर गुणवत्ता की आकांक्षा बढ़ाई है."

मनमोहन सिंह ने वित्त मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि वह एक (आर्थिक) संकट के बीच राजनीति में आये थे. वर्ष 1991 में भारत बाहरी मोर्चे पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा था. उन्होंने कहा, "आपमें से ज्यादातर को 1990-91 सिर्फ भुगतान संतुलन का संकट याद होगा, लेकिन इस संकट की पृष्ठभूमि में कहीं अधिक बड़ी चुनौती थी और वह थी वैश्विक द्विध्रुवीय व्यवस्था का टूटना."

सिंह ने कहा कि वित्त मंत्री के तौर पर उन्हें न सिर्फ राजकोषीय घाटे में कमी लाना था और आर्थिक वृद्धि में नयी जान फूंकनी थी, बल्कि रुपये (डॉलर के मुकाबले मूल्य) को भी स्थिर करना था तथा पर्याप्त विदेशी मुद्रा लाना था.

उन्होंने कहा, "उस नाजुक समय में, मैंने कहा था कि आर्थिक महाशक्ति के रूप में भारत के उभरने के विचार को मूर्त रूप देने का वक्त आ गया है." उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री के तौर पर उन्होंने समता और न्याय के प्रति प्रतिबद्ध रहते हुए राष्ट्र के हितों की रक्षा की.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के कार्यकाल के दौरान एक करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर लाया गया.