प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में विश्व हिंदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए (फाइल फोटो)।
मदुरै:
एमडीएमके ने आज आरोप लगाया कि केंद्र सरकार गैर हिन्दी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने का प्रयास कर रही है और यह देश की एकता के लिए अच्छा नहीं है।
दसवें हिन्दी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिंदी के महत्व और इसे समृद्ध बनाने की जरूरत को रेखांकित करते हुए दिए गए वक्तव्य का हवाला देते हुए एमडीएमके प्रमुख वाइको ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह भाषा कुछ शताब्दी पुरानी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र हिन्दी को थोपने का प्रयत्न कर रहा है और इस तरह का कदम ‘देश की एकता और अखंडता के लिए ठीक नही’ है। कावेरी मुद्दे पर वाइको ने कहा कि कर्नाटक को यह महसूस करना चाहिए कि तामिलनाडु सरकार अदालत के आदेश के अनुसार केवल अपना हिस्सा मांग रही है।
दसवें हिन्दी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिंदी के महत्व और इसे समृद्ध बनाने की जरूरत को रेखांकित करते हुए दिए गए वक्तव्य का हवाला देते हुए एमडीएमके प्रमुख वाइको ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह भाषा कुछ शताब्दी पुरानी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र हिन्दी को थोपने का प्रयत्न कर रहा है और इस तरह का कदम ‘देश की एकता और अखंडता के लिए ठीक नही’ है। कावेरी मुद्दे पर वाइको ने कहा कि कर्नाटक को यह महसूस करना चाहिए कि तामिलनाडु सरकार अदालत के आदेश के अनुसार केवल अपना हिस्सा मांग रही है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
MDMK, Hindi, Narendra Modi, Vishwa Hindi Sammelan, एमडीएमके, वाइको, नरेंद मोदी, हिंदी, विश्व हिंदी सम्मेलन