
- मां मनसा देवी मंदिर के आसपास के जंगल में कूड़ा कचरा फैला हुआ है जो राजाजी टाइगर नेशनल पार्क का हिस्सा है.
- मंदिर में आने वाले हजारों श्रद्धालु और दुकानदार कूड़ा जंगल में फेंक देते हैं जिससे पर्यावरण दूषित हो रहा है.
- राजाजी नेशनल पार्क के सहायक वन संरक्षक के अनुसार कूड़ा हटाने के लिए प्रशासन और मंदिर मिलकर सफाई कर रहे हैं.
जो तस्वीरें आपको नजर आ रही है किसी डंपिंग यार्ड की नही बल्कि विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मनसा देवी मंदिर के सटे जंगल की है. यहां कूड़ा कचरा चारों तरफ फैला हुआ है. मंदिर में हजारों यात्री दर्शन के लिए पहुंचते हैं और कूड़ा जंगल की तरफ डाल देते हैं. इस कूड़े में पॉलीथिन ,प्लास्टिक की बोतल, गीला सूखा कूड़ा, जूते चप्पल फेंक देते हैं. इसके साथ ही मंदिर के पास लगने वाली दुकानों का भी सारा कचरा रिजर्व फॉरेस्ट में डाल दिया जाता है. यह पूरा इलाका जहां चारों तरफ कचरा फैला हुआ है, राजाजी टाइगर नेशनल पार्क का हिस्सा है. हरिद्वार का मां मनसा देवी मंदिर भी राजाजी नेशनल पार्क की परिधि में आता है. सालों से यह रिजर्व फॉरेस्ट कूड़े के पहाड़ में तब्दील होता जा रहा है. अब इससे वन्यजीवों के लिए खतरा भी पैदा हो गया है. इसके अलावा जंगल और मंदिर के आसपास का वातावरण भी दूषित हो रहा है.
पैदल मार्ग पर भी कचरा
इसके अलावा मंदिर की तरफ जाने वाले पैदल मार्ग के अलावा, दूसरे रास्तों पर भी कूड़ा नजर आसानी से देखा जा सकता है. जगह-जगह पर नेशनल पार्क और मंदिर के पास बड़ी मात्रा में पॉलीथीन, खाने पीने की वस्तु और मंदिर में चढ़ाए जाने वाले प्रसाद और इसके अलावा बाकी चीजें भी कचरे के तौर पर देखी जा सकती है जिससे सारा वातावरण दूषित हो रहा है. राजाजी टाइगर नेशनल पार्क के सहायक वन संरक्षक अजय लिंगवाल का कहना है कि लगातार इस पूरे क्षेत्र को साफ किया जा रहा है. अजय लिंगवाल बताते हैं कि रविवार को हादसे के बाद उच्च स्तरीय मीटिंग हुई थी जिसमें कई मुद्दों पर बातचीत हुई.

नगर निगम करे व्यवस्था
जंगल में पड़े कचरे भी महत्वपूर्ण चर्चा हुई. मंदिर प्रशासन, जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस जगह से कचरा हटाने में जुट गया है. अजय लिंगवाल ने बताया कि अब तक 20 गाड़ियां भर-भरकर इस जगह से कचरा साफ किया गया है. मां मनसा देवी मंदिर के अध्यक्ष और महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि कई मामलों पर मीटिंग में चर्चा की गई , खासकर मंदिर में सफाई और आसपास सफाई पर भी चर्चा हुई. नगर निगम के कर्मचारियों और मंदिर के कर्मचारी मिलकर इस पूरे मंदिर और आसपास क्षेत्र को साफ सुथरा बनाएंगे. मंदिर प्रशासन की तरफ से यह भी कहा गया कि नगर निगम के साथ मिलकर यहां पर कूड़ा कचरा ना पहले उसके लिए व्यवस्था की जाएगी.
कूड़े की कोई व्यवस्था नहीं
हरिद्वार नगर निगम के नगर आयुक्त नंदन कुमार ने बताया कि यह पूरा मंदिर और क्षेत्र राजाजी टाइगर नेशनल पार्क के अंतर्गत आता है. जिला प्रशासन अब इस पूरे क्षेत्र में पार्क और मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर पूरा कचरा साफ करेगा. पार्क प्रशासन हो या मंदिर प्रशासन या फिर नगर निगम, कूड़े की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. और तो और नगर निगम भी अपनी जिम्मेदारी से बच रहा है. नगर निगम की तरफ से ऐसे तीर्थस्थलों पर कचरा न फैले इसके कोई भी उपाय नहीं किए गए हैं. ऐसे में पार्क प्रशासन मंदिर और नगर निगम की नजरअंदाजगी भी साफ नजर आती है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं