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This Article is From Mar 20, 2021

संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेता हुए कोरोना पॉजिटिव, 32 यूनियन में शामिल है उनका दल

भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) पंजाब की 32 किसान यूनियन में बड़ी किसान यूनियन है. जोगिंदर सिंह उग्राहां की यूनियन लगभग 113 दिनों से टीकरी बार्डर पर बैठी हुई है.

संयुक्त किसान मोर्चा के बड़े नेता हुए कोरोना पॉजिटिव, 32 यूनियन में शामिल है उनका दल
Samyukt Kisan Morcha के बड़े नेता हैं जोगिंदर सिंह
नई दिल्ली:

संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) के बड़े नेता कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive)  पाए गए हैं. शनिवार को मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के बड़े किसान नेताओं में से एक जोगिंदर सिंह उग्राहां कोरोना की चपेट में आए हैं. जोगिंदर सिंह की यूनियन भाकियू उग्राहां (BKU Ugrahan) 32 किसान संगठनों में शामिल है.

भारतीय किसान यूनियन (उग्राहां) पंजाब की 32 किसान यूनियन में बड़ी किसान यूनियन है. जोगिंदर सिंह उग्राहां की यूनियन लगभग 113 दिनों से टीकरी बार्डर पर बैठी हुई है.अभी जोगिंदर सिंह उग्राहां ने 8 मार्च को टीकरी बार्डर पर महिला किसान दिवस मनाया था. जोगिंदर उग्राहां 17 मार्च से भठिंडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं. बुखार और ऑक्सीजन का स्तर कम होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

जोगिंदर उग्राहां के संपर्क में हज़ारों किसान आए हैं. ऐसे में दिल्ली की सीमाओं पर बड़ा खतरा बना हुआ है. सिंघु और टिकरी बार्डर पर हज़ारों किसान धरने पर अब भी बैठे हुए हैं.गौरतलब है कि कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध कर रहीं किसान यूनियनों ने 26 मार्च को पूर्ण भारत बंद (Bharat Bandh) का आह्वान किया है. संयुक्‍त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. इसी क्रम में 17 मार्च को मजदूर संगठनों  व अन्य संगठनों के साथ 26 मार्च के प्रस्तावित भारत बंद को सफल बनाने के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी.

वहीं लंबे आंदोलन के लिए तैयार किसान अब प्रदर्शन स्थल पर पक्के मकानों का निर्माण कर रहे हैं. इससे पहले हाड़ कंपाने वाली सर्दियों और भारी बारिश का सामना कर चुके किसान अब दिल्ली की गर्मियों का सामना करने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके लिए वे ईंटों के पक्के मकान बना रहे हैं. 40 से अधिक किसान यूनियनों का संगठन ‘संयुक्त किसान मोर्चा' के परमजीत सिंह ने कहा, "गर्मियों की तैयारी के रूप में किसान व्यक्तिगत स्तर पर ईंटों के इन स्थायी संरचनाओं का निर्माण कर रहे हैं, ताकि वे पंखे, कूलर और एसी लगा सकें और मक्खियों और मच्छरों को दूर कर सकें."

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