गैंगरेप के आरोपी पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किए.
नई दिल्ली:
बुलंदशहर गैंगरेप कांड में पुलिस ने इस वारदात को अंजाम देने वाली गैंग के सरगना सलीम बावरिया सहित तीन लोगों को सोमवार की रात में गिरफ्तार कर लिया. बुलंदशहर गैंगरेप की योजना इस गिरोह ने किठौर में बनाई थी. घटना को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्य वापस किठौर आए, वहां से झारखंड और बिहार भाग गए. आरोपी 7 अगस्त को मेरठ के मवाना में आए. उनकी यहां से बिजनौर भाग जाने की योजना थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें धरदबोचा.
आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया
मेरठ जोन के आईजी सुजीत पांडेय ने आज बुलंदशहर गैंगरेप कांड में पकड़े गए आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया. प्रेस कांफ्रेंस में आईजी पांडेय ने बताया कि एसटीएफ ने गैंगरेप के मास्टर माइंड सलीम बावरिया, साजिद व जुबैर को मवाना से गिरफ्तार किया है. इनके तीन साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं, जबकि फाती नामक एक बदमाश अभी फरार है. उन्होंने बताया कि सलीम के पास से जींस, टी-शर्ट, 3400 रुपये, दो टार्च व मोबाइल फोन और दो कट्टे बरामद हुए हैं. इनके पास से गैंगरेप के बाद पीड़ित महिलाओं से लूटे गए आभूषण भी बरामद हुए हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है. पुलिस का दावा है कि कन्नौज का रहने वाला सलीम ही इस वारदात का मास्टरमाइंड है.
तीन-तीन के समूहों में बिहार और झारखंड भागे
पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने वारदात वाली जगह रेकी 27 जुलाई को की और उसके बाद दोबारा किठौर लौट आए. 29 जुलाई की रात में उन्होंने इस कृत्य को अंजाम दिया. पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वे 28 जुलाई को किठौर से हापुड़ तिराहा मिनी बस से आए और फिर वहां से प्राइवेट बस से तहसील चौराहा पहुंचे. इसके बाद इन्होंने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए. तहसील चौराहा से गिरोह के सदस्य बुलंदशहर के भुड़ चौराहा आए जहां उन्होंने रात लगभग 11.30 बजे तक ठेके पर शराब पी. वहां से सभी बदमाश पैदल घटना स्थल पर पहुंचे. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश तीन-तीन के ग्रुप में बिहार और झारखंड भाग गए.
कार के अंदर की रोशनी में नजर आए आरोपी
पुलिस के मुताबिक बदमाशों की पहचान के लिए पीड़ितों को थाने बुलाया गया था. इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने 18 टीमें बनाई थीं तथा 28 लोकेशन चिन्हित किए गए थे. पुलिस के मुताबिक जब बदमाश एसेंट कार से महिलाओं को खींच रहे थे तो गाड़ी के अंदर की लाइट जल गई जिसकी वजह से पीड़ितों ने उन्हें देख लिया था. आरोपियों ने घटना के बाद एक दूसरे से मोबाइल से बात की जिसमें घटना का जिक्र किया. उसकी रिकॉर्डिंग पुलिस के पास है. पुलिस जांच के लिए आरोपियों की आवाज के नमूने भी लेगी.
दस राजमार्गों पर बढ़ेगी सुरक्षा व्यवस्था
इन बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य राज्यों में हुई वारदातों का खुलासा हो सकता है. आईजी के मुताबिक हाईवे पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 10 हाईवे चिन्हित किए गए हैं. इनमें से तीन हमारे जोन में हैं. इन सभी हाईवे पर अलग से पुलिस बल की तैनाती और पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है.
इस केस से जुड़ी 10 बातें
आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया
मेरठ जोन के आईजी सुजीत पांडेय ने आज बुलंदशहर गैंगरेप कांड में पकड़े गए आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया. प्रेस कांफ्रेंस में आईजी पांडेय ने बताया कि एसटीएफ ने गैंगरेप के मास्टर माइंड सलीम बावरिया, साजिद व जुबैर को मवाना से गिरफ्तार किया है. इनके तीन साथी पहले ही पकड़े जा चुके हैं, जबकि फाती नामक एक बदमाश अभी फरार है. उन्होंने बताया कि सलीम के पास से जींस, टी-शर्ट, 3400 रुपये, दो टार्च व मोबाइल फोन और दो कट्टे बरामद हुए हैं. इनके पास से गैंगरेप के बाद पीड़ित महिलाओं से लूटे गए आभूषण भी बरामद हुए हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है. पुलिस का दावा है कि कन्नौज का रहने वाला सलीम ही इस वारदात का मास्टरमाइंड है.
तीन-तीन के समूहों में बिहार और झारखंड भागे
पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने वारदात वाली जगह रेकी 27 जुलाई को की और उसके बाद दोबारा किठौर लौट आए. 29 जुलाई की रात में उन्होंने इस कृत्य को अंजाम दिया. पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वे 28 जुलाई को किठौर से हापुड़ तिराहा मिनी बस से आए और फिर वहां से प्राइवेट बस से तहसील चौराहा पहुंचे. इसके बाद इन्होंने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए. तहसील चौराहा से गिरोह के सदस्य बुलंदशहर के भुड़ चौराहा आए जहां उन्होंने रात लगभग 11.30 बजे तक ठेके पर शराब पी. वहां से सभी बदमाश पैदल घटना स्थल पर पहुंचे. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश तीन-तीन के ग्रुप में बिहार और झारखंड भाग गए.
कार के अंदर की रोशनी में नजर आए आरोपी
पुलिस के मुताबिक बदमाशों की पहचान के लिए पीड़ितों को थाने बुलाया गया था. इस घटना के खुलासे के लिए पुलिस ने 18 टीमें बनाई थीं तथा 28 लोकेशन चिन्हित किए गए थे. पुलिस के मुताबिक जब बदमाश एसेंट कार से महिलाओं को खींच रहे थे तो गाड़ी के अंदर की लाइट जल गई जिसकी वजह से पीड़ितों ने उन्हें देख लिया था. आरोपियों ने घटना के बाद एक दूसरे से मोबाइल से बात की जिसमें घटना का जिक्र किया. उसकी रिकॉर्डिंग पुलिस के पास है. पुलिस जांच के लिए आरोपियों की आवाज के नमूने भी लेगी.
दस राजमार्गों पर बढ़ेगी सुरक्षा व्यवस्था
इन बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य राज्यों में हुई वारदातों का खुलासा हो सकता है. आईजी के मुताबिक हाईवे पर इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में 10 हाईवे चिन्हित किए गए हैं. इनमें से तीन हमारे जोन में हैं. इन सभी हाईवे पर अलग से पुलिस बल की तैनाती और पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है.
इस केस से जुड़ी 10 बातें
- वारदात के बाद आरोपी बिहार-झारखंड भागे
- 26 जून को प्लानिंग, 27 जुलाई को रेकी की
- आरोपियों से हथियार-गहने बरामद हुए
- पीड़ित परिवार ने की गहनों की पहचान
- बरामद चीज़ों से मिल सकते हैं कई सुराग़
- इस घटना में 7 लोग शामिल थे, गिरोह में 12 लोग
- पहले तीन आरोपियों की बुलंदशहर से गिरफ़्तारी
- बाद में तीन आरोपियों की मवाना से हुई गिरफ़्तारी
- मुख्य आरोपी सलीम का अपना गैंग है
- अब तक 6 आरोपी गिरफ़्तार, एक फ़रार
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