भड़काऊ बयान देने के आरोप में गिरफ्तार की गईं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा की मुश्किलें फिर से बढ़ सकतीं हैं. दोनों के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार कोर्ट जाएगी और उनकी जमानत रद्द करने के लिए अर्जी देगी. विशेष सरकारी वकील प्रदीप घरत ने रविवार को NDTV को इस बात की जानकारी दी है. उनके मुताबिक दोनों की मीडिया बयान की क्लिप देखने के बाद अदालत की अवमानना का मामला साफ दिखता है. दोनों का बयान जमानत के लिए लगाई गई शर्तों का साफ उल्लंघन है.
सत्र न्यायालय में वकील देंगे अर्जी
जानकारी के अनुसार सोमवार को विशेष सरकारी वकील सत्र न्यायालय में जमानत रद्द करने की अर्जी देंगे. गौरतलब है कि अदालत ने जमानत देते समय केस के संबंध में दंपति के मीडिया से बात नहीं करने की शर्त भी लगाई है. इसके अतिरिक्त अन्य कई शर्त रखे गए हैं, जिनका दंपति को पालन करने को कहा गया है.
कोर्ट की ओर से कहा गया है कि वे पुलिस की पूछताछ में सहयोग करेंगे. साथ ही गवाहों के साथ किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं करेंगे. वहीं, पुलिस के बुलाने पर वो बिना किसी किन्तु-परंतु के हाजिर होंगे. लेकिन रविवार को अस्पताल से छूटने के बाद निर्दलीय सांसद ने मीडिया से बातचीत की.
इस दौरान उन्होंने कहा कि भगवान राम और हनुमान का नाम लेने की वजह से उद्धव सरकार ने उनके साथ जो व्यवहार किया, उसका जवाब उन्हें जनता देगी. लेकिन अगर राम का नाम लेना अपराध है तो सरकार मुझे 14 सालों के लिए जेल में डाल दे. इस कारण 14 दिन क्या, मैं साल जेल में रहने को तैयार हूं.
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