महाराष्ट्र कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि यदि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ‘‘मुंबई पुलिस का अपमान करने वाले'' बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) को टिकट देती है तो यह बहुत तकलीफदेह होगा, खासकर तब जबकि राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हैं.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने ट्विटर पर लिखा कि फडणवीस यदि पांडे की उम्मीदवारी का विरोध नहीं करेंगे तो महाराष्ट्र की जनता उनसे कई सवाल पूछेगी. बिहार में तीन चरणों, 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवबंर को, मतदान होगा. बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी फडणवीस हैं.
देवेंद्र फडणवीसजी बिहार भाजपाचे प्रभारी असताना जर मुंबई पोलीसांचा अपमान करुन महाराष्ट्राला बदनाम करणाऱ्या @ips_gupteshwar ना भाजपाचा सहयोगी पक्ष तिकीट देत असेल तर ते अत्यंत दुःखद असेल. फडणवीसजींनी निकराने विरोध केला नाही तर महाराष्ट्रात जनतेच्या अनेक प्रश्नांना तोंड द्यावे लागेल
— Sachin Sawant सचिन सावंत (@sachin_inc) September 28, 2020
बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन में भाजपा और जदयू सहयोगी हैं. गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच को लेकर महाराष्ट्र तथा बिहार के बीच चली रस्साकशी के दौरान पांडे सुर्खियों में आए थे.
बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक (Bihar Ex DGP) गुप्तेश्वर पांडे (Gupteshwar Pandey) ने 23 सितंबर को घोषणा की थी कि अगर मौका मिला तो वह चुनाव लड़ेंगे क्योंकि वह राजनीति को लोगों की सेवा करने का सबसे बड़ा मंच मानते हैं. पांडे ने 22 सितंबर को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था.
पांडे ने फरवरी 2021 में अपनी सेवानिवृत्ति से पांच महीने पहले मंगलवार को पुलिस सेवा से VRS ले लिया. मंगलवार की देर शाम राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार VRS के लिए उनके अनुरोध को राज्यपाल फागू चौहान ने मंजूरी दे दी थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं