
पुणे / मुंबई:
अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चलाने वाले समाजसेवी डॉ नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के बाद महाराष्ट्र सरकार की नींद खुली है और अब उसने राज्य में जादू-टोना करने वालों के खिलाफ अध्यादेश लाने का फैसला किया है। महाराष्ट्र कैबिनेट ने इस अध्यादेश पर आज मुहर लगा दी। उल्लेखनीय है कि डॉ नरेंद्र दाभोलकर इसी कानून के लिए लड़ रहे थे।
उधर, दाभोलकर की हत्या के विरोध में राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने आज शहर में बंद का आह्वान किया है। दाभोलकर की हत्या के विरोध में छात्रों और नागरिकों ने एक रैली निकाली।
अंधविश्वास के खिलाफ महाराष्ट्र में अभियान चलाने वाले दाभोलकर ने काला जादू और अमानवीय कर्मकांडों पर प्रतिबंध के लिए एक कानून बनाने की खातिर दबाव डाला था।
69-वर्षीय नरेंद्र दाभोलकर की मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात हमलावरों ने मंगलवार सुबह करीब सवा सात बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय दाभोलकर सुबह की सैर पर ओंकारेश्वर मंदिर ब्रिज पर थे। हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मारी थी। समझा जाता है कि हमलावरों की उम्र 25 से 30 साल थी। उनकी पहचान के बारे में पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एक हमलावर का हालांकि एक रेखाचित्र जारी किया गया है।
पुलिस ने 'कुछ जानकारी' मिलने का दावा किया है, लेकिन यह कहते हुए ब्योरा नहीं दिया कि इससे जांच बाधित होगी। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, हम किसी भी संभावना को नकारे बिना हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि हमलावरों और उनकी मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों से मिले ब्योरे से अपराध शाखा के अधिकारियों को कोई सुराग मिलने की उम्मीद है। दाभोलकर की पार्थिव देह का कल रात उनके गृह नगर सतारा में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
(इनपुट भाषा से भी)
उधर, दाभोलकर की हत्या के विरोध में राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने आज शहर में बंद का आह्वान किया है। दाभोलकर की हत्या के विरोध में छात्रों और नागरिकों ने एक रैली निकाली।
अंधविश्वास के खिलाफ महाराष्ट्र में अभियान चलाने वाले दाभोलकर ने काला जादू और अमानवीय कर्मकांडों पर प्रतिबंध के लिए एक कानून बनाने की खातिर दबाव डाला था।
69-वर्षीय नरेंद्र दाभोलकर की मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात हमलावरों ने मंगलवार सुबह करीब सवा सात बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय दाभोलकर सुबह की सैर पर ओंकारेश्वर मंदिर ब्रिज पर थे। हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मारी थी। समझा जाता है कि हमलावरों की उम्र 25 से 30 साल थी। उनकी पहचान के बारे में पुलिस को अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। एक हमलावर का हालांकि एक रेखाचित्र जारी किया गया है।
पुलिस ने 'कुछ जानकारी' मिलने का दावा किया है, लेकिन यह कहते हुए ब्योरा नहीं दिया कि इससे जांच बाधित होगी। एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, हम किसी भी संभावना को नकारे बिना हर पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि हमलावरों और उनकी मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों से मिले ब्योरे से अपराध शाखा के अधिकारियों को कोई सुराग मिलने की उम्मीद है। दाभोलकर की पार्थिव देह का कल रात उनके गृह नगर सतारा में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
(इनपुट भाषा से भी)
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