लंबे इंतजार के बाद भाजपा ने रायबरेली और कैसरगंज सीट से अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. BJP ने रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह और कैसरगंज से बृज भूषण शरण के बेटे को टिकट दिया है. दिनेश प्रताप सिंह ने 2019 का लोकसभा चुनाव सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा था. वह 2019 में सोनिया गांधी से 1.6 लाख वोटों से चुनाव हार गए थे. वहीं कैसरगंज से बीजेपी ने मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण को टिकट दिया है.
उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट रायबरेली पर भाजपा ने योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित किया है. पार्टी ने गुरुवार को लोकसभा उम्मीदवारों की 17वीं सूची जारी कर इन दोनों उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. वहीं इसके साथ ही भाजपा ने ओडिशा विधानसभा चुनाव को लेकर भी अपने 6 उम्मीदवारों की पांचवी सूची जारी कर दी है. पार्टी ने घासीपुरा विधानसभा से शंभूनाथ राउत, भोगराई से आशीष पात्रा, भंडारीपोखरि से सुधांशु नायक, बरी से उमेश चंद्र जेना, बाराबती कटक से पूर्णचंद्र महापात्र और बेगुनिया विधानसभा से प्रकाश चंद्र रणबिजुली को चुनावी मैदान में उतारा है.
प्रियंका गांधी को बताया संस्कारहीन
रायबरेली से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने टिकट मिलने के बाद एनडीटीवी से कहा कि उनके सामने कौन लड़ेगा ये महत्वपूर्ण नहीं है, महत्वपूर्ण कमल का निशान है. प्रियंका गांधी को दिनेश प्रताप ने संस्कारहीन और अपरिपक्व महिला बताते हुए कहा कि उनको पीएम मोदी ने बिटिया कहा था मगर वो बिटिया कहलाने में भी शर्म महसूस कर रही थीं. उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है. दिनेश प्रताप ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस बार रायबरेली में विजय मिलेगी. अमेठी की तरह रायबरेली में भी इस बार कमल खिलेगा. जनता ने पांच साल में जान लिया कि गांधी परिवार उनके हक के लिए अच्छा नहीं है.
अयोध्या गए करण भूषण
पार्टी की तरफ से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए करण भूषण शरण सिंह ने कहा,''पार्टी ने मुझे मौका दिया, इसके लिए मैं पार्टी नेतृत्व और कैसरगंज की जनता का आभार व्यक्त करता हूं.'' उन्होंने कहा कि वह शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. टिकट की आधिकारिक रूप से घोषणा होते ही वह हनुमान गढ़ी के दर्शन के लिए अयोध्या प्रस्थान कर गए.
इसलिए बेटे को मिला टिकट
गोंडा, बलरामपुर और कैसरगंज लोकसभा सीट से अलग-अलग छह बार के सांसद रहे पूर्वांचल के बाहुबली क्षत्रिय नेता बृजभूषण शरण सिंह पर देश के नामी पहलवानों बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट ने संगीन आरोप लगाये और उनके खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. उसके बाद खेल मंत्रालय ने बृजभूषण शरण सिंह की अध्यक्षता वाले रेसलिंग फेडरेशन को निलंबित कर दिया था. ऐसे में उनके टिकट कटने की ज्यादा संभावना थी, किंतु उत्तर प्रदेश में छह से सात फीसद क्षत्रिय मतदाताओं को देखते हुए पार्टी लंबे समय से नफा-नुकसान के गणित में उलझी थी. बताया जा रहा है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में क्षत्रिय मतदाताओं के संभावित नाराजगी को ध्यान में रखते हुए उनके 34 वर्षीय छोटे बेटे को प्रत्याशी बनाया गया.
कांग्रेस आज कर सकती है घोषणा
अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस आज खत्म हो सकता है. उम्मीद है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आज दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे.सूत्रों की तरफ से जानकारी मिली है कि इन सीटों पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. लंबे समय से अमेठी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग रही है कि गांधी परिवार का ही कोई सदस्य इस सीट से चुनाव मैदान में उतरे. गौरतलब है कि अमेठी सीट पर लंबे समय तक गांधी परिवार का कब्जा रहा था. साल 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार का सामना करना पड़ा था. वहीं रायबरेली सीट पर सोनिया गांधी सांसद बनती रही थीं. हाल ही में राजस्थान से राज्यसभा पहुंचने के बाद अब वो इस सीट से चुनाव में नहीं उतरेंगी.
20 मई को मतदान
सात चरण के आम चुनाव के पांचवें दौर में 20 मई को कैसरगंज, अमेठी और रायबरेली निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होगा. राहुल गांधी पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें अपनी पार्टी से ‘‘जो भी आदेश मिलेगा, उसका वह पालन करेंगे.''अटकलें लगाई जा रही हैं कि राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. 2019 में रायबरेली सीट से उनकी मां सोनिया गांधी ने जीत र्दज की थी.
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