अमेरिका द्वारा मुंबई (Mumbai) की एक पेट्रोकेमिकल कंपनी पर ईरानी पेट्रोलियम उत्पाद (Iranian petroleum products) बेचने के आरोप में प्रतिबंध लगाए जाने के कुछ दिन बाद भारत ने शुक्रवार को कहा कि वह इस मुद्दे पर गौर कर रहा है. ईरान के पेट्रोलियम उत्पाद बेचने के आरोप में अमेरिका ने कई वैश्विक संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें निजी भारतीय कंपनी भी शामिल है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक सवाल के जवाब में कहा, “यह एक निजी कंपनी है. यह नया घटनाक्रम है और हम इसपर गौर कर रहे हैं.”
बागची ने कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर की हाल की वाशिंगटन यात्रा के दौरान अमेरिकी अधिकारियों के साथ बातचीत में इस मामले पर बात नहीं हुई. उन्होंने कहा, “विदेश मंत्री की बातचीत के दौरान इस मामले पर बात नहीं हुई.” पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों (F-16 fighters) के रखरखाव के लिए पैकेज देने के अमेरिका के फैसले के बारे में पूछे जाने पर, बागची ने कहा कि अमेरिका इस मामले पर भारत के विचारों और चिंताओं से अवगत है.
उन्होंने कहा, “मैं कहूंगा कि इस मुद्दे पर हमारे विचार अमेरिकी पक्ष को अच्छी तरह से पता हैं.” अमेरिका ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों के बेड़े रखरखाव लिए 45 करोड़ अमेरिकी डॉलर का पैकेज देने की योजना बनाई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं