शीतकालीन सत्र संपन्न होने के साथ ही लोकसभा की बैठक गुरुवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। पूरे सत्र में गृह मंत्री पी चिदंबरम के इस्तीफे की मांग, खुदरा एफडीआई, तेलंगाना सहित विभिन्न मसलों पर जबर्दस्त हंगामा हुआ और सदन की बैठक बाधित हुई।
इस सत्र में निचले सदन ने लोकपाल एवं लोकायुक्त विधेयक सहित कई विधेयक पारित किये लेकिन लोकपाल को संवैधानिक दर्जा देने वाला संविधान संशोधन विधेयक गिरने से सरकार की फजीहत हुई।
खुदरा एफडीआई, महंगाई पर कार्य स्थगन प्रस्ताव सहित विभिन्न मुद्दों पर हंगामे के कारण सदन की बैठक लगभग दो सप्ताह बाधित रही। इसी वजह से कोई गैर सरकारी कामकाज नहीं हो सका।
राजग ने 2-जी स्पेक्ट्रम मुद्दे पर चिदंबरम का बहिष्कार किया। मुल्लापेरियार बांध और पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर भी काफी हंगामा हुआ।
लोकपाल विधेयक सहित कुछ महत्वपूर्ण विधेयकों पर विचार कर उन्हें पारित करने के उद्देश्य से शीतकालीन सत्र की बैठक तीन दिन के लिए 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक बढ़ाई गई।
This Article is From Dec 29, 2011
लोकसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
नई दिल्ली: