Kurud Election Results 2023: जानें, कुरुड (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

कुरुड विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 194239 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 72922 ने बीजेपी उम्मीदवार अजय चंद्राकर को वोट देकर जिताया था, जबकि 60605 वोट पा सके निर्दलीय प्रत्याशी नीलम चंद्राकर 12317 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Kurud Election Results 2023: जानें, कुरुड (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में 7 तथा 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

आज से 22 साल पहले मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य के मध्य क्षेत्र में मौजूद है धमतरी जिला, जहां बसा है कुरुड विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 194239 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार अजय चंद्राकर को 72922 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार नीलम चंद्राकर को 60605 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 12317 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कुरुड विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अजय चंद्राकर ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 83190 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार लेखराम साहू को 56013 वोट मिल पाए थे, और वह 27177 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में कुरुड विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार लेखराम साहू को कुल 64299 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी अजय चंद्राकर दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 58094 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 6205 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर बैठे थे. इन्हीं नतीजों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह की 15 साल तक चली सरकार का कार्यकाल खत्म हो गया था, क्योंकि इस चुनाव में BJP महज़ 15 सीटें अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता कैसे बदली, इसे समझने के लिए वर्ष 2013 के चुनाव नतीजों पर भी नज़र डालनी होगी. उस समय BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर 1 फीसदी से भी कम रहा था. अब भूपेश बघेल सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, जबकि BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.