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This Article is From Feb 03, 2019

कुमार विश्वास ने कविता के जरिए फैंस को दिया बड़ा संदेश-फिर से सेतु बनाना है

कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने सोशल मीडिया पर कविता शेयर कर प्रशंसकों को कुछ खास संदेश दिया है.

कुमार विश्वास ने कविता के जरिए फैंस को दिया बड़ा संदेश-फिर से सेतु बनाना है
Kumar Vishwas: कवि कुमार विश्वास की फाइल फोटो.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
कुमार विश्वास ने कविता के जरिए प्रशंसकों को दिया बड़ा संदेश
कहा- मतझर का मतलब फिर से बसंत आना है
आम आदमी पार्टी से नाराजगी के बाद साइडलाइन चल रहे हैं कवि विश्वास
नई दिल्ली:

कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने रविवार को अपने फैंस के लिए ट्विटर पर एक कविता शेयर की. कविता ऐसी रही कि मानो उसमें कवि कुमार विश्वास अपनी कोई भावी योजना का संकेत दे रहे हों. मसलन, उन्होंने कविता में...फिर से सेतु बनाना है....मतझर का मतलब है फिर बसंत आना है...जैसी बातें कहीं. आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से मतभेद के बाद पार्टी में साइडलाइन हुए कुमार विश्वास के बारे में पिछले कुछ समय से काफी अटकलें लगतीं रहीं हैं. हालांकि कुमार विश्वास ने कई मौकों पर यह साफ कर दिया कि वह आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने वाले नहीं हैं. वह पार्टी में रहकर ही राजनीति की परिपाटी बदलने की दिशा में आप के पुराने और सिद्धांतों को लेकर समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ  काम करते रहेंगे. पढ़िए, कुमार विश्वास की कविता. 

घर भर चाहे छोड़े
सूरज भी मुँह मोड़े
विदुर रहे मौन, छिने राज्य, स्वर्णरथ, घोड़े
माँ का बस प्यार, सार गीता का साथ रहे
पंचतत्व सौ पर है भारी, बतलाना है
जीवन का राजसूय यज्ञ फिर कराना है
पतझर का मतलब है, फिर बसंत आना है

 

राजवंश रूठे तो
राजमुकुट टूटे तो
सीतापति-राघव से राजमहल छूटे तो
आशा मत हार, पार सागर के एक बार
पत्थर में प्राण फूँक, सेतु फिर बनाना है
पतझर का मतलब है फिर बसंत आना है ! 
 

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